Breaking News

दिव्यांगजनों के समावेशन और सशक्तिकरण हेतु डीएसएमएनआरयू एवं सक्षम ट्रस्ट के बीच ऐतिहासिक समझौता

लखनऊ। दिव्यांगजनों (Divyangjans) की उच्च शिक्षा (Higher Education) में भागीदारी (Participation) को प्रभावी बनाने, उनकी क्षमताओं का विकास करने, (Develop Their Capabilities) और एक समावेशी समाज के निर्माण हेतु डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय (DSMNRU) लखनऊ और सक्षम ट्रस्ट, नई दिल्ली (Saksham Trust, New Delhi) के बीच आज एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह ने कहा कि इस समझौता के माध्यम से दोनों संस्थाएँ मिलकर दिव्यांग छात्रों के लिए शिक्षा, सहायक तकनीक, पुनर्वास सेवाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का एक समग्र और प्रभावशाली ढांचा तैयार करेंगी।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव रोहित सिंह तथा सक्षम ट्रस्ट की ओर से मैनिजिंग ट्रस्टी दिपेन्द्र मनोचा, रमी सेठ एवं प्रो अरुणी शर्मा उपस्थित रहे। इस अवसर पर अधिष्ठाता शैक्षणिक, प्रो विनोद कुमार सिंह, विश्वविद्यालय कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो अवनीश चंद्र मिश्र, कुलानुशाषक प्रो सीके दीक्षित, विशेष शिक्षा संकाय के अधिष्ठाता डॉ कौशल शर्मा, विश्वविद्यालय में MoU समिति के समन्वयक एवं दृष्टिबाधिता विभाग के अध्यक्ष डॉ विजय शंकर शर्मा एवं डॉ आद्या शक्ति राय आदि उपस्थित रहे।

इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य

दिव्यांगजनों के लिए सुलभ, गुणवत्ता युक्त और समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देना।
सहायक तकनीकों (Assistive Technologies) को विश्वविद्यालय के शैक्षणिक ढांचे में एकीकृत करना। छात्रों, शिक्षकों और सहयोगी कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण और क्षमतावर्धन के अवसर प्रदान करना। पुनर्वास कार्यक्रमों के माध्यम से जीवन कौशल, मानसिक स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर बढ़ाना एवं संयुक्त अनुसंधान, नवाचार और ज्ञान-साझा को बढ़ावा देना।

मुख्य बिंदु

1. शैक्षिक समावेशन और क्षमतावर्धन : डिजिटल एवं ब्रेल फॉर्मेट में पाठ्य सामग्री का विकास। शिक्षक व कर्मचारियों हेतु समावेशी शिक्षा पर कार्यशालाएँ।
दिव्यांग छात्रों के नेतृत्व और अधिकारों पर जागरूकता सत्र।

2. सहायक तकनीक एवं नवाचार : स्क्रीन रीडर, मैग्नीफायर और विशेष सॉफ़्टवेयर की व्यवस्था। विश्वविद्यालय परिसर में टेक्नोलॉजी लैब्स और रिसोर्स सेंटर्स की स्थापना। छात्रों को तकनीकी सहायता व प्रशिक्षण प्रदान करना।

3. डिजिटल डिवाइस प्रशिक्षण : लैपटॉप, मोबाइल, टैबलेट आदि पर उपयोग और दक्षता बढ़ाना। स्क्रीन रीडर, ज़ूम सॉफ्टवेयर, इंटरनेट नेविगेशन और ईमेल आदि पर उन्नत प्रशिक्षण। डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना।

Lucknow University: LUMUN 2025- लखनऊ यूनिवर्सिटी मॉडल यूनाइटेड नेशन्स 2025′ का भव्य शुभारंभ

4. पुनर्वास और कौशल विकास : संवाद, चलने-फिरने की कला, आत्म-निर्भरता जैसे जीवन कौशल पर फोकस। रोजगार योग्यताओं को बढ़ाने हेतु व्यावसायिक प्रशिक्षण। काउंसलिंग और मानसिक स्वास्थ्य सहायता।

5. अनुसंधान एवं ज्ञान साझाकरण : समावेशी शिक्षा, पुनर्वास और तकनीकी नवाचारों पर संयुक्त शोध। अकादमिक प्रकाशन, संगोष्ठियों, पैनल चर्चाओं का आयोजन। नीति निर्माण हेतु साक्ष्य-आधारित सुझाव। प्रशासनिक ढांचा और कार्यान्वयन दोनों संस्थाओं द्वारा समन्वयकों की नियुक्ति की गई है।

सक्षम ट्रस्ट से रमी सेठ, विश्वविद्यालय से आशीष कुमार गुप्ता द्वारा समझौता की समीक्षा हेतु हर वर्ष संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी। परियोजनाओं के वित्तीय और लॉजिस्टिक सहयोग पर आपसी सहमति से निर्णय होगा। यह समझौता तीन वर्षों के लिए वैध रहेगा तथा पारस्परिक सहमति से आगे भी बढ़ाया जा सकता है। किसी भी पक्ष द्वारा तीन माह पूर्व लिखित सूचना के द्वारा समझौता को समाप्त किया जा सकता है, परन्तु प्रारंभ किए गए कार्य पूर्ण किए जाएंगे।

सकारात्मक पहल

विश्वविद्यालय और सक्षम ट्रस्ट की यह साझेदारी न केवल शैक्षणिक क्षेत्र में दिव्यांगजनों की भागीदारी को सुनिश्चित करेगी, बल्कि एक ऐसे समाज की ओर कदम है जहाँ समान अवसर और आत्मसम्मान हर व्यक्ति का अधिकार है। यह दिव्यांग छात्रों को सिर्फ शिक्षा ही नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता और नेतृत्व की दिशा में भी सशक्त करेगा।

About reporter

Check Also

विश्वविद्यालय में योग प्रोटोकॉल का नियमित रूप से पूर्वाभ्यास जारी- प्रो एसएस मिश्र

अयोध्या, (जय प्रकाश सिंह)। डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय (Dr. Ram Manohar Lohia Avadh University) ...