लखनऊ। काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमैटिक प्लांट्स, लखनऊ और लखनऊ विश्वविद्यालय के बीच एक ऐतिहासिक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस पर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय व डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी, निदेशक, सीएसआईआर-सीआईएमएपी, लखनऊ ने लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलसचिव और सीएसआईआर-सीआईएमएपी के कंट्रोलर ऑफ एड्मिनिसट्रेशन (सीओए) की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
दोनों प्रतिष्ठित संस्थानों के बीच कार्यात्मक संबंधों को मजबूत करने के मुख्य उद्देश्य के साथ यह एमओयू लाया गया हैं, ताकि दोनों संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं और विशेषज्ञता को आपसी लाभ के लिए एक दूसरे के साथ साझा किया जा सके। इस एमओयू के प्रमुख लाभार्थी लखनऊ विश्वविद्यालय और CIMAP के विज्ञान संकायों के परास्नातक विद्यार्थी, शोधार्थी, विभिन्न जीव विज्ञान से संबंधित विभागों जैसे वनस्पति विज्ञान, जैव रसायन विज्ञान, प्राणी विज्ञान, रसायन विज्ञान आदि के अध्यापक और वैज्ञानिक होंगे। दोनों सहयोगी संस्थानों द्वारा संयुक्त सहयोगी परियोजनाओं के लिए भी साथ मे आवेदन दिया जा सकेगा।
एमओयू बनाने और उसपर हस्ताक्षर होने तक की प्रक्रिया में विश्वविद्यालय की तरफ से प्रो. अरविंद मोहन (डीन एकेडमिक्स), प्रो. मोनिशा बनर्जी (डीन रिसर्च) व प्रो. सुधीर मेहरोत्रा (जैव रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष) और सीएसआईआर-सीआईएमएपी से डॉ. विक्रांत गुप्ता और डॉ. प्रेमा जी वासुदेव की सक्रिय भूमिका रही। डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी (निदेशक, सीएसआईआर-सीआईएमएपी) लखनऊ विश्वविद्यालय के ही जैव रसायन विभाग के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने 1989 में बायोकेमिस्ट्री में एम.एससी की पढ़ाई पूरी की थी।