लखनऊ। होलिकोत्सव समिति लखनऊ पूरब भाग द्वारा श्री शिव मंदिर परिसर महानगर लखनऊ में होलिकोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस समारोह कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के सह सेवा प्रमुख युद्धवीर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता लखनऊ पूरब भाग के संघचालक प्रभात अधौलिया ने की। कार्यक्रम का शुभारम्भ भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीपप्रज्वलन के साथ हुआ। तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। उक्त अवसर पर लोकगीत, फाग एवं अवध की लोक संस्कृति का प्रदर्शन किया गया।
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कार्यक्रम के मुख्य वक्ता युद्धवीर ने अपने उद्बोधन में बताया कि होली का पर्व लोक संस्कृति का पर्व है। होली सामाजिक समरसता, सद्भाव, सौहार्द एवं राष्ट्रीय चेतना के जागरण का पर्व है। यह पर्व हमे आपसी मतभेद को मिटाकर स्नेह में रंगने का पर्व है। होली के भिन्न भिन्न रंग यह प्रदर्शित करते हैं कि सुंदरता विविधिता में ही है अतः उसी प्रकार हमे भी विविधिता में एकता को ध्यान में रखकर सभी को गले लगाना है।
वर्तमान में इस पर्व में कुछ कुरीतियां प्रवेश कर रही हैं जिन्हे दूर करने का उत्तरदायित्व समाज का ही है। आइए हम सब इस अवसर पर संकल्प लें कि समाज के सभी बंधु अपने हैं कोई हिंदू हमसे टूटने ने पाए। यह पर्व प्रकृति का भी पर्व है फाल्गुन का माह वसंत ऋतु में आता है वसंत को ऋतुराज भी कहा जाता है।
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मुख्य वक्त ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हमे प्रकृति का संरक्षण भी करना है। प्लास्टिक का उपयोग कम से कम हो। स्वदेशी की भावना रहे। इस अवसर पर होलिकोत्सव समिति लखनऊ पूरब के सभी पदाधिकारी तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विभाग कार्यवाह अमितेश, सह संघ चालक अरुण कुमार, भाग कार्यवाह ज्योति प्रकाश, सह भाग कार्यवाह रामलखन तथा भारी संख्या में परिवार उपस्थित रहे।