मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मानवीय पहल का एक और उदाहरण देखने को मिला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर ब्लड कैंसर की गम्भीर बीमारी से जूझ रहे एक आईआईटी छात्र की खबर का स्वयं संज्ञान लिया और मदद की। पीड़ित परिवार ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया है।
लखीमपुर के वनकर्मी अशोक कुमार दीक्षित का इकलौता बेटा आशीष ब्लड कैंसर से पीड़ित है और उसका राजधानी के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में इलाज चल रहा है। दिमाग में ब्लड क्लॉटिंग और इंफेक्शन बढ़ने के कारण उसके इलाज में कई समस्याएं आने लगी और इलाज का खर्च 12 लाख रुपये बताया गया। पिता के सरकारी सेवा में होने और स्कालरशिप मिलने के चलते इस मामले में सरकारी मदद मिलने में अड़चन थी।
आशीष आईआईटी रुड़की का शोध छात्र है। वह शुरुआत से ही मेधावी रहा है। उसने एमएनएनआईटी प्रयागराज से पोस्ट ग्रेजुएशन मैथमेक्टिस ऐंड साइंटिफिक कम्यूटिंग से किया है। वर्तमान में वह आईआईटी रुड़की से मशीन लर्निंग ऐंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से शोध कर रहा है। उसकी गम्भीर बीमारी और इलाज की जरूरत को देखते हुए आईआईटी रुड़की के छात्रों ने सोशल मीडिया कैंपेन शुरू किया था।
सोशल मीडिया के जरिए इस मामले की जानकारी मुख्यमंत्री तक भी पहुंची। इस पर उन्होंने तत्काल मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पीड़ित परिवार से सम्पर्क किया और इलाज का खर्चा उठाया। उन्होंंने मेधावी छात्र की मदद के लिए नियम शिथिल कर दस लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की। इसके साथ ही एसपीजीआई प्रशासन को छात्र के बेहतर इलाज और हरसंभव मदद का आदेश दिया।