अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में आए जबर्दस्त उछाल, कमोडिटी की बढ़ती कीमत के साथ मुद्रास्फीति दर बढ़ाती मौद्रिक वित्तीय नीतियों के कारण पीली धातु में निवेश को बढ़ावा मिल रहा है.
क्वोंटम म्युचुअल फंड ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बढ़ती महंगाई के साथ कदमताल करने के लिये निवेशकों का रूझान सुरक्षित निवेश में बढ़ रहा है. बढ़ते चालू खाता घाटा वैश्विक वित्तीय बाजार की मौजूदा हालत भारतीय मुद्रा पर अधिक दबाव दे सकते हैं.
फरवरी में सोने में निवेश बढ़ा है इसके दाम एक साल के उच्चतम स्तर 1,970 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गए, लेकिन अंत में यह करीब 1,900 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर हुआ.
सोने में निवेश को सुरक्षित माना जाता है अनिश्चितता के माहौल में निवेशक इसमें निवेश को अधिक तरजीह देने लगते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक नीति में सख्त रुख अपनाने से सोने के दाम पर लगाम लग सकती है.