दांतों पर चढ़ी बैक्टीरिया युक्त एक चिपचिपी परत होती है। वहीं, मसूड़ों के ऊपर-नीचे विकसित होने वाली बैक्टीरियल परत को टार्टर कहते हैं। इससे मसूड़ों की बीमारी होने का डर बना रहता है।
लहसुन सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता है. पेट और ब्लड सर्कुलेशन के लिए सिर्फ लहसुन फायदेमंद नहीं बल्कि दांतों में दर्द के इलाज के लिए भी लहसुन रामबाण इलाज है. लहसुन की एक कली के काफी फायदे होते हैं. इसमें एन्टीबैक्टीरियल गुण दांत के दर्द से राहत दिलाते हैं.
लहसुन की एक कली पीसकर लगाने या नमक में डुबोकर चबाने से दांत दर्द में राहत मिलती है.जब मसूड़ों में मौजूद बैक्टीरिया प्रोटीन व खाने वाली चीजों से मिलते हैं, जिसके कुछ अंश दातों में रह जाते हैं तो प्लैक (plaque) की समस्या हो सकती है।
संतरे के छिलके को 2-3 मिनट तक दांतों पर रगड़ें। इससे भी दांतों की सफाई हो जाएगी। आप चाहें तो इसका पेस्ट बनाकर भी लगा सकते हैं।जिसमें टार्टर और प्लाक भी शामिल है। इसका कारण कहीं ना कहीं खराब डाइट, स्मोकिंग, तंबाकू या सही तरीके से ब्रश न करना है।
दांत के दर्द से परेशान हैं तो तीन से चार बूंद सरसों के तेल में एक चुटकी नमक डालकर दांतों और मसूड़ों पर हल्के हाथ से मसाज करें. इससे न सिर्फ दांतों में दर्द से आराम मिलेगा बल्कि मसूड़े भी मजबूत होंगे हैं.सरसों के तेल का इस्तेमाल अगर आप नियमित करते हैं, तो यह आपके दांतों की चमक कभी भी फीकी नहीं पड़ेगी.