देश में कोविड मरीजों की संख्या रोजाना तीन लाख से भी ऊपर पहुंच गई है. हालांकि केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से कोरोना वैक्सीनेशन को लगातार बढ़ाने की कोशिशें की जा रही हैं. अब एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोग कोरोना की वैक्सीन लगवा सकेंगे. हालांकि वैक्सीन लगवाने के बाद भी कोविड पॉजिटिव हो रहे लोगों के कारण समस्या पैदा हो गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों पर गौर करें तो देश में कोविशील्ड और कोवैक्सीन की डोज लगने के बाद देशभर में करीब 25 हजार से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ गए. इस दौरान बताया गया कि कोवैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद 4208 जबकि दूसरी डोज लेने के बाद 695 लोग कोरोना से पॉजिटिव हुए.
वहीं कोविशील्ड की बात करें तो देश में करीब 11 करोड़ लोगों ने यह वैक्सीन लगवाई है. इनमें से पहली डोज लेने के बाद 17145 वहीं दूसरी डोज लगवाने के बाद 5014 लोगों को कोरोना हुआ. ऐसे में यहां कई सवाल वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर लोग उठा रहे हैं.
हालांकि ज्यादातर मामले पहली डोज लेने के बाद सामने आए हैं ऐसे में लोगों के द्वारा यह पूछा जा रहा है कि अगर कोई व्यक्ति वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद कोविड पॉजिटिव हो जाता है तो उसके कितने दिन बाद वह दूसरी डोज ले सकता है.
इस सवाल के जवाब में स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पहली डोज लेने के बाद अगर कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हो गया है तो वह पहली वैक्सीन के आठ हफ्ते बाद यानि कि पूरे दो महीने के बाद दूसरी डोज ले तो यह बेहतर है. कोरोना की चपेट में न आने पर भी स्वास्थ्य विशेषज्ञ वैक्सीन की दूसरी डोज पहली लेने के छह से आठ सप्ताह बाद ही बता रहे हैं. ऐसे में इसे भी आठ सप्ताह बाद लगवाना बेहतर है.