पाकिस्तान में इस समय सियासी घमासान मचा हुआ है। खबर है कि पाकिस्तान में कभी भी सरकार का तख्ता पलट हो सकता है।
इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पूर्व पत्नी रेहम खान का एक वीडियो वायरल हो रहा है। बता दें कि उनका एक ट्वीट काफी शेयर किया जा रहा है।
वीडियों में उन्होंने अपने पूर्व पति व पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का जिक्र किया है।
रेहम खान ریحام نیئر خان का जन्म 3 अप्रैल 1973 को एक लीबिया में हुआ था। रेहम खान एक ब्रिटिश-पाकिस्तानी पत्रकार, लेखक, फिल्म निर्माता हैं, इसके साथ वो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री व पूर्व क्रिकेटर इमरान ख़ान की दूसरी पत्नी थीं।
इमरान ख़ान नियाजी عمران خان نیازی जन्म 25 नवम्बर 1952 को हुआ था, वो एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ तथा वर्तमान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और सेवानिवृत्त पाकिस्तानी क्रिकेटर हैं।
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उन्होंने पाकिस्तानी आम चुनाव, 2014 में बहुमत जीता। वह 2013 से 2018 तक पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के सदस्य थे, जो सीट 2013 के आम चुनावों में जीती थीं। इमरान बीसवीं सदी के उत्तरार्द्ध के दो दशकों में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला और 1990 के दशक के मध्य से राजनीतिज्ञ हो गए। वर्तमान में, अपनी राजनीतिक सक्रियता के अलावा, ख़ान एक धर्मार्थ कार्यकर्ता और क्रिकेट कमेंटेटर भी हैं।
क्रिकेट करियर.
इमरान ख़ान, 1971-1992 तक पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के लिए खेले और 1982 से 1992 के बीच, आंतरायिक कप्तान रहे। 1987 के विश्व कप के अंत में, क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, उन्हें टीम में शामिल करने के लिए 1988 में दुबारा बुलाया गया।
39 वर्ष की आयु में ख़ान ने पाकिस्तान की प्रथम और एकमात्र विश्व कप जीत में अपनी टीम का नेतृत्व किया। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 3,807 रन और 362 विकेट का रिकॉर्ड बनाया है, जो उन्हें ‘आल राउंडर्स ट्रिपल’ हासिल करने वाले छह विश्व क्रिकेटरों की श्रेणी में शामिल करता है।
अप्रैल 1996 में ख़ान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (न्याय के लिए आंदोलन) नाम की एक छोटी और सीमांत राजनैतिक पार्टी की स्थापना की और उसके अध्यक्ष बने और जिसके वे संसद के लिए निर्वाचित केवल एकमात्र सदस्य हैं।[9] उन्होंने नवंबर 2002 से अक्टूबर 2007 तक नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में मियांवाली का प्रतिनिधित्व किया।[10] ख़ान ने दुनिया भर से चंदा इकट्ठा कर, 1996 में शौकत ख़ानम मेमोरियल कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र और 2008 में मियांवाली नमल कॉलेज की स्थापना में मदद की।