अगर आपसे कोई ये कहे की इस दुनिया में एक ऐसी जगह है जहाँ पर इंसान मरने के बाद भी जिन्दा रहता है तो हो सकता आपको यकीन न हो। लेकिन हकीकत में यह बात सच है। इंडोनेशिया के बाली में ऐसा ही एक जंगल है, जिसे मुर्दों का जंगल कहा जाता है। आइये जाने इस अनोखे जंगल के बारे में….
इंडोनेशिया में बाली के घने जंगलों के बीच आदिवासियों का तुरनियान नाम का एक गाँव है। इस आदिवासी गांव में एक अजीब-सी खतरनाक प्रथा है, जहां लोगों को मरने के बाद जलाया नहीं जाता बल्कि पिंजरे में बांध कर सड़ने के लिए छोड़ दिया जाता है। आदिवासियों का मानना है कि उनके अपने मरने के बाद भी वो जिन्दा रहते है। ऐसे में भला उन्हें जला कैसे सकते हैं।
सबसे खास बात तो यह की एक बार जब पूरा शरीर गल जाता है तो उस कंकाल को एक पेड़ के नीचे पत्थर पर रख दिया जाता है। इतना ही नही इसके बाद उन जगहों पर घर बना दिया जाता है। यह प्रथा सिर्फ शादीशुदा लोगों के लिये उनके सम्मान में बनी है। कुँआरो के लिए यह प्रथा नही है,उन्हें दफनाया जाता है।
जहां इन लाशों को रखा जाता है वहां सिर्फ मर्दों को जाने की अनुमति है। जो भी क्रिया करम करने होते हैं वो सिर्फ मर्द ही करते हैं। चाहे लाशों की सफाई करना हो, या कपड़े पहनाना हो और उनके सिर को हवा में खुला छोड़ना। उनका मानना है कि अगर इस जगह पर औरतें जाएंगी तो उनका पूरा गांव भूकंप की चपेट में आ जायेगा।