अयोध्या। राम की नगरी अयोध्या शक्ति की उपासना में लीन है। अमूमन श्रीराम के मंत्रों से गूंजने वाली नगरी में माता दुर्गा की स्तुति व जयकारे गूंज रहे हैं। सायं व रात से ही शक्तिमय हो उठी है। कलश पूजन के साथ ही पंडालों में माता का आह्वान किया गया और प्रतिमाओं के पट जैसे ही खुले, पंडालों में आस्था उमड़ पड़ी। फिर दिन और रात एक हो गए, पूरा शहर रतजगा कर रहा है।
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शहर से लेकर गांव तक मां दुर्गा के जयकारे गूंज रहे हैं। पंडाल में कहीं सप्तशती के मंत्र तो कहीं माता के भजन गूंज रहे हैं। पूरे शहर में भव्य सजावट की गई है, रोशनी से शहर नहा उठा है। अब 12 अक्टूबर तक रामनगरी अनवरत खत भर उत्सव मनाएगी।
इस चार दुर्गा पूजा महोत्सव का उल्लास भी चरम पर है क्योंकि पांच सौ सालों के संघर्ष के बाद रामलला टेंट से निकलकर भव्य महल में विराजे हैं। इसका उल्लास प्रकट करने के लिए इस चार नई परंपरा शुरू की गई है। शहर के पूजा पंडालों में रात आठ बजे एक साथ मां की महाआरती की जा रही है।
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शाम होते ही पंडालों में सजे मां के नयनाभिराम दृश्यों को निहारने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ भी उमड़ने लगी है। कई पंडालों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन उत्सव की भव्यता बड़ा रहा है।
शहर के नाका, चौक, रिकाबगंज, फतेहगंज, देवकाली आदि क्षेत्रों में महोत्सव का उल्लास से सुबह से लेकर देर रात तक छलकता नजर आ रहा है। यही हाल अयोध्याधाम का है। जगह-जगह सजे पूजा पंडालों की भव्यता देखते ही बन रही है।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह