उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में हुई बारिश का कहर यूपी पर टूटा है। शारदा, रामगंगा, कोसी, मालन और गंगा में उफान और बनबसा, कालागढ़ समेत कई बांधों से पानी छोड़ने से मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बरेली और शाहजहापुर जिलों में सैकड़ों गांव डूब गए हैं। हजारों एकड़ खेत जलमग्न हैं और सैकड़ों लोगों को सुरक्षित जगह भेजा गया है।
रामनगर बैराज से छोड़े पानी से रामपुर में कोसी, पीलाखार, धौरी और भाखड़ा नदियां उफान पर हैं। तेज बहाव से रामपुर के तीन युवक कोसी में बह गए। दो को बचा लिया गया, एक की डूबकर मौत हो गई।
गर्रा, खन्नौत, गंगा और रामगंगा नदियों में उफान से शाहजहांपुर बाढ़ की स्थिति है। कालागढ़ बांध से पानी छोड़े जाने के बाद सतर्क किया गया है। बदायूं में नरौरा बैराज से एक लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ने के बाद गंगा ने कछला में खतरे का निशान पार कर दिया है।
कुंहेडा, बामनोली, सिरजोपुर, हादीपुर गांवड़ी, दूधली, मखदुमपुर, रुपडा, बधवा खेड़ी गांव पानी से घिर गए। बिजनौर में गंगा, मालन और रामगंगा उफनी हुई थीं। मंगलवार रात में गंगा का जलस्तर लाल निशान को पार गया। सभी 14 बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया गया है।