दुनिया भर में करीब हर सात में एक व्यक्ति माइग्रेन से पीड़ित है. अकेले भारत में ही यह आंकड़ा 15 करोड़ से अधिक है. एक अनुमान के मुताबिक 18 से 49 साल की 25 फीसदी महिलाएं माइग्रेन से जूझ रही हैं. पुरुषों की तुलना में महिलाओं को माइग्रेन होने की संभावना तीन गुना ज्यादा होती है.