राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार राष्ट्रीय आंदोलन के सक्रिय सेनानी थे। कांग्रेस के नागपुर अधिवेशन की व्यवस्था में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। संघ की स्थापना राष्ट्रभाव की प्रेरणा से हुई थी। देश को विदेशी आक्रांताओं से मुक्त कराने का विचार भी इसमें समाहित था। संघ के स्वयं सेवक इसमें अनवरत सहयोग करते रहे।
स्वतन्त्रता के बाद भी संघ की यही कार्यशैली है। स्वयं सेवक राष्ट्रीय आपदा में तन मन धन से योगदान करते है। पाकिस्तान व चीन के आक्रमण के समय भी स्वयं सेवक राष्ट्र सेवा में समर्पित रहे। इसकी सराहना तत्कालीन प्रधानमंत्री ने भी की थी। तब स्वयं सेवकों को राजपथ पर गणतंत्रदिवस परेड में आमंत्रित किया गया था।
इसी मूल भावना के अनुरूप चौहत्तरवें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नागपुर स्थित केंद्रीय कार्यालय महाल में समारोह आयोजित किया गया। सरसंघचालक डॉ मोहन राव भागवत ने तिरंगा ध्वज फहराया। इस अवसर पर नागपुर महानगर संघचालक राजेश लोया भी उपस्थित रहे।