नई दिल्ली। यूरोपियन पेटेंट ऑफिस (ईपीओ) ने आज आयोजित डिजिटल पुरस्कार वितरण समारोह में, यूरोपियन इंवेंटर अवॉर्ड 2021 की “नॉन-ईपीओ कंट्रीज़” श्रेणी में भारतीय-अमेरिकी केमिस्ट सुमिता मित्रा को सम्मानित किया। मित्रा ऐसी पहली व्यक्ति हैं जिन्होंने डेंटल मैटेरियल बनाने में नैनोटेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है जिसकी वजह से दांतों की मरम्मत के लिए नए कंपोज़िट बनाने में मदद मिली। साथ ही, यह पारंपरिक तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले मैटेरियल के मुकाबले अधिक मजबूत और दिखने में भी आकर्षक फिलिंग्स हैं, और जिनका इस्तेमाल अब दुनियाभर के डेंटिस्ट कर रहे हैं।
ईपीओ अध्यक्ष एंटोनियो कैंपिनोस ने कहा, “सुमित्रा मित्रा ने अपने क्षेत्र में एकदम अलग और नई राह चुनी और यह साबित कर दिखाया कि किस तरह टैक्नोलॉजी के मोर्चे पर इनोवेशन, जिसे पेटेंट से सुरक्षित किया गया हो, इस मामले में दांतों की समस्याओं से जूझने वाले लाखों मरीज़ों के लिए फायदेमंद हो सकती है। मित्रा और उनकी टीम ने ऐसी तकनीक विकसित की जिससे नैनोपार्टिकल्स के लिंक्ड क्लस्टर्स तैयार किए जा सकें जिन्हें उन्होंने “नैनोक्लस्टर्स” कहा।
इन्हें अलग-अलग व्यास के नैनोपार्टिकल्स के साथ जोड़कर उन्होंने मज़बूत, टिकाऊ और चमकीला मैटेरियल तैयार किया। रंगों के छोटे हिस्सों को छोड़कर और नैनोपार्टिकल्स के केमिकल कंपोज़िशन में बदलाव करके टीम ने अलग-अलग शेड्स की श्रृंखला तैयार की जो अलग-अलग मरीज़ों के दांतों से मेल खा सकते हैं और इन्हें नैचुरल फिनिश के लिए तैयार किया जा सके। मित्रा ने कहा, “नैनोटैक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने से मुझे नया मैटेरियल बनाने का मौका मिला। इससे लोगों की मुस्कान लौट सकी और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया जा सका।”