अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा कैबिनेट के लिए चुनी गईं भारतीय मूल की नीरा टंडन को व्हाइट हाउस का वरिष्ठ सलाहकार नियुक्त किया गया है। इससे पहले उन्हें बाइडन द्वारा प्रबंधन एवं बजट कार्यालय का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था लेकिन विरोध के बीच मार्च में उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया था। टंडन की सोशल मीडिया पर की गई कई विवादित पोस्ट के कारण डेमोक्रेटिक और रिपब्लिक सीनेटरों की ओर से कड़े विरोध का सामना करना पड़ा था।
सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस (सीएपी) के संस्थापक जॉन पोडेस्टा ने एक बयान में कहा, ‘नीरा का दिमाग और राजनीतिक समझ बाइडेन प्रशासन के लिए एक संपत्ति होगी, क्योंकि वह राष्ट्रपति के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में एक नई भूमिका निभाएंगी। हालांकि CAP में उनकी कमी खलेगी। बाइडेन प्रशासन के तहत कई नीतिगत समाधान टंडन के नेतृत्व में CAP में कई वर्षों में किए गए हैं। उन्होंने कहा टीम में नीरा टंडन के साथ प्रशासन के प्रयासों को बढ़ाया जाएगा, मैं यह देखने के लिए उत्साहित हूं कि वरिष्ठ सलाहकार की भूमिका में वह आने वाले वर्षों में क्या हासिल करेंगी।’
बता दें कि टंडन सीएपी की अध्यक्ष रह चुकी हैं, उन्होंने सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस एक्शन फंड के सीईओ के रूप में काम किया है। मार्च में टंडन ने व्हाइट हाउस OMB के निदेशक के रूप में अपना नामांकन वापस ले लिया था। व्हाइट हाउस के बजट कार्यालय का नेतृत्व करने के लिए राष्ट्रपति बिडेन की पसंद ने पहले शुरुआती विवाद पैदा किया।
गौर हो कि बाइडेन ने एक बयान में कहा था कि ऑफिस ऑफ मैनेजमेंट एंड बजट के निदेशक पद के लिए किए गए नामांकन को वापस लेने के नीरा टंडन के अनुरोध को मैंने स्वीकार कर लिया है। मैं उनके अनुभव, कौशल और विचारों का बहुत सम्मान करता हूं और चाहता हूं कि मेरे प्रशासन में उनकी कोई भूमिका हो। इससे पहले बाइडन को लिखे पत्र में टंडन ने कहा था, इस भूमिका के लिए मेरे नाम पर विचार होना, मुझमें इतना भरोसा दिखाना सम्मानजनक बात है। मैं यह पत्र ऑफिस ऑफ मैनेजमेंट एंड बजट के निदेशक पद के लिए किया गया अपना नामांकन वापस लेने के लिए लिख रही हूं।