अयोध्या पर पिछले दिनों आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिप्पणी करने पर भारत ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ा है। पाकिस्तान को यूनाइटेड नेशंस ह्यूमन राइट्स काउंसिल (यूएनएचआरसी) में भारत ने एक बार फिर खरी खोटी सुनाई है। 15 दिनों के अंदर यह दूसरा मौका है जब भारत की तरफ से अयोध्या पर आए फैसले को लेकर पाकिस्तान को आईना दिखाने की कोशिश की गई है।
यूएनएचआरसी के 12वें सत्र में अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के दौरान भारत की तरफ से राजनयिक विमर्श आर्यन ने पाक को जवाब दिया। विमर्श ने मंच से दुनिया को बताया कि किस तरह से पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को धार्मिक और चुपचाप प्रताड़ना झेलने के लिए मजबूर होना पड़ता है। उन्होंने बताया कि पाक में अल्पसंख्यकों को मानवाधिकारों के मौलिक अधिकारों को ईशनिंदा के नाम पर मौलिक अधिकारों से वंचित रखा जाता है।
राइट टू रिप्लाई का इस्तेमाल करते हुए आर्यन ने कहा, ‘भारत एक मजबूत लोकतांत्रिक देश है जहां पर आजादी और प्रभावी संवैधानिक तंत्र नागरिकों के धार्मिक और बहुभाषी अल्पसंख्कों के हितों की सुरक्षा की जाती है। हम दृढ़ता से हमारे न्यायिक फैसलों में पाकिस्तान की टिप्पणी को खारिज करते हैं।’
गौरतलब है कि 9 दिसंबर को न्यायालय की संवैधानिक पीठ ने 134 साल पुराने अयोध्या मामले पर फैसला सुनाया था। जिसमें 2.77 एकड़ की विवादित भूमि को राम मंदिर बनाने के लिए दे दिया गया था। इसके अलावा सरकार को निर्देश दिया था कि वह मुस्लिमों को मस्जिद बनाने के लिए अयोध्या में ही पांच एकड़ जमीन दे।