लखनऊ- मुंह मे गुटखा , कदमों मे दुनिया । । लेकिन अबकी बार यह गलत साबित हुआ , दरअसल मुंह मे गुटखा के वजह से राजधानी के एक तेज़ तर्रार कोतवाल पर गाज़ गिर गयी । हालांकि कोतवाल साहब ने सफ़ाई देते हुये यह कहा की जिस वक़्त उनके ऊपर यह आरोप लगा वो गुटखा नहीं खाये थे ।
दरअसल सूबे का सरदार बदलते ही राजधानी की आबो हवा बदल गयी । भगवा भेष मे मुख्यमंत्री एक रमते जोगी की तरह कही भी औचक निरीक्षण पर निकल जाते है । बीते दिनों ऐसा ही नज़ारा राजधानी के हजरतगंज थाने मे देखने को मिला । मुख्यमंत्री आदित्यनाथ “योगी” हजरतगंज थाने का निरीक्षण करने पहुँच गए । थाने की साफ सफाई को लेकर योगी ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाया व फरमान सुना दिया की हर सप्ताह के हर शुक्रवार को हर थाने मे 1 घंटे का सफाई अभियान चलना चाहिए ।
24 मार्च को पहला शुक्रवार था इस बावत प्रदेश के सभी थानेदार अपने मातहतों को सफाई की कसम दिलाये व ज़ोर शोर से सफाई मे लग गए । परंतु राजधानी के एक थानेदार को गुटखा का शौक भारी पड़ गया । बताया जाता है की राजधानी के मड़ियाव कोतवाल नागेश मिश्रा गुटखा खाने के आदी है । अक्सर उनके मुंह मे गुटखा आसानी से देखा जा सकता है । आरोप है की शुक्रवार को कोतवाल ने गुटखा खा कर अपने मातहतों को संबोधित किया व सफाई की कसम दिलाया । परंतु कोतवाल नागेश मिश्रा ने सफाई देते हुये यहा बताया की शपथ के वक़्त वह गुटखा नहीं खाये थे , कोतवाल नागेश मिश्रा ने यह माना की उनको गुटखा खाने की बुरी लत है जिसे व चिकित्सकों की सलाह पर धीरे धीरे छोड़ रहे थे । शायद यहीं वजह रहा लोगों ने उन्हे गुटखा खाये हुये समझ लिया व उनपर गाज़ गिर गयी । बहरहाल कोतवाल की इस लत ने उनके कुशल कार्यकाल मे निलंबन की वजह बन गयी ।