लखनऊ। ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ में इंजीनियरिंग संकाय द्वारा इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन अटल हॉल में किया गया।
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बायोवर्स टेक्नोलॉजीस प्राइवेट लिमिटेड लखनऊ और ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में क्वॉलिटी कन्फ्लूएंस ऑफ बायोटेक, बीफार्मा, इंजीनियरिंग एंड एआई सॉल्यूशंस तो ग्लोबल प्रॉब्लम्स (QCBEPASGP-2024) नामक इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन विश्वविद्यालय के अटल हॉल में कुलपति प्रो नरेन्द्र बहादुर सिंह के कुशल नेतृत्व में उदघाटन सत्र का आयोजन हुआ।.जिसमें इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रो आरके दीक्षित ने कहा कि हम सभी इंटर डिसिप्लिनरी के साथ मिलकर ही डेवलपमेंट किया जा सकता है।
प्रो जेपी पांडेय (कुलपति एकेटूयू) ने भी उदघाटन में सभा को सम्बोधित करते हुए कहा है कि आज का दौर एआई का है। भारत को एआई के साथ मिलकर हम भारत को और आगे ले जा सकते है। भारत को प्रॉडक्शन बढ़ाने पर भी बल दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाषा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एनबी सिंह ने एआई की महत्ता को समझाते हुए अपनाने की सलाह दी।
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प्रो सिंह ने कहा कि इस तरह की कॉन्फ्रेंस से ज्ञान का अर्जन कर विद्यार्थी अपना जीवन संवार सकते हैं। इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के समन्वयक प्रो सैयद हैदर अली रहे।कार्यक्रम के उदघाटन सत्र का संचालन डॉ दोआ नकवी ने किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ नीरज शुक्ला ने किया।
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कार्यक्रम में बायोवर्स टेक्नोलॉजीस प्राइवेट लिमिटेड से डॉ आकाश सिंह, भाषा विश्वविद्यालय के दिन अकादमिक प्रो सौबान सईद, प्रो शालिनी त्रिपाठी, प्रो एहतेशाम, अहमद, डॉ राजेंद्र त्रिपाठी और डॉ शान ए फातिमा सहित विश्वविद्यालय के तमाम शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।