चार दिवसीय भारत दौरे पर आये फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का दौरे का आज दूसरा दिन है।
ज्ञात है कि गत दिवस यानी शनिवार को भारत और फ्रांसके बीच 14 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
वहीं आज पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों राष्ट्रपति भवन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (International Solar Alliance Summit) में शिरकत करने पहुंचे।
International Solar Alliance Summit क्यों है खास
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समिट में पुरे उत्साह के साथ स्वागत किया।
इस सोलर समिट में 23 देशों के राष्ट्राध्यक्षों समेत 121 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
मैक्रों के उद्भाटन भाषण के साथ सम्मेलन की शुरुआत हुई।
समिट का उद्देश्य यहां शिरकत करने वाले देशों को सस्ती, स्वच्छ और और नवीकरणीय ऊर्जा मुहैया कराना है।
क्या था खास
मोदी ने जनप्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया की, ‘भारत में सूर्य को विश्व की आत्मा माना गया है और पूरे जीवन का पोषक माना गया है। आज जब हम जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने का रास्ता देख रहे हैं, तो प्राचीन समय की तरफ देखना होगा। हमारा हरित भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि हम साथ मिलकर क्या कर सकते हैं।’
क्या कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने
इंटरनेशनल सोलर एलांयस का उद्घाटन करने के साथ पीएम मोदी ने कहा कि” इंटरनेशनल सोलर अलायंस का नन्हा पौधा आप सभी के सम्मिलित प्रयास और प्रतिबद्धता के बिना रोपा ही नहीं जा सकता था। इसलिए मैं फ्रांस का और आप सबका बहुत आभारी हूं। 121 सम्भावित देशों में से 61 इस अलायंस से जुड़ चुके हैं और 32 देशों ने रूपरेखा समझौते पर सहमति जता दी है।”