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अतीक-अशरफ की जांच एसआईटी के हाथ लगा अहम सुराग, जानकर उड़े लोगो के होश

अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड की जांच करने वाली एसआईटी ने शुक्रवार को तीनों हत्यारोपितों की निशानदेही पर दो मोबाइल फोन बरामद किए। रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक होटल से मोबाइल बरामद होने की बात सामने आई है।

कहा जा रहा है कि जो मोबाइल बरामद हुआ है कि उसमे सिम नहीं था। पुलिस मोबाइल की जांच कर रही है। दोनों मोबाइल की फोरेंसिक जांच भी कराई जाएगी। डेटा रिकवरी से एसआईटी को नई जानकारी मिलेगी। इस बात की संभावना है कि तीनों सामान्य कॉलिंग की जगह एप से बातचीत कर रहे थे।

अतीक-अशरफ हत्याकांड का आरोपित लवलेश तिवारी बांदा, सनी सिंह हमीरपुर और अरुण मौर्य कासगंज का रहने वाला है। तीनों ने पकड़े जाने पर पुलिस को अपना नाम-पता बताया था और आपराधिक इतिहास की जानकारी दी थी। इन तथ्यों का सत्यापन करने के लिए एसआईटी ने तीनों जिलों में टीमें भेजी थीं।

वहां की स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपितों के आपराधिक इतिहास जुटाया। इनके परिजनों, आसपास के लोगों से पूछताछ कर शुक्रवार को टीम लौट आई। इस गोपनीय रिपोर्ट को एसआईटी प्रभारी एडीसीपी सतीश चंद्र को सौंप दिया गया है। डेटा के आधार पर एसआईटी जांच कर रही है।

अतीक और अशरफ की हत्या के आरोप में पकड़े गए शूटर सनी सिंह, अरुण मौर्य और लवलेश तिवारी को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर एसआईटी पुलिस लाइन में पूछताछ कर रही है। पिछले दो दिन तक सवाल दर सवाल किए जा रहे थे लेकिन एसआईटी को कोई नई जानकारी नहीं मिल रही थी। गिरफ्तारी के बाद इनके पास मोबाइल न मिलना सबको हैरान कर रहा था। किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि इतनी महंगी पिस्टल लेकर इतनी सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले ये तीनों बगैर मोबाइल के होंगे। इसलिए एसआईटी इनसे इस बारे में लगातार सवाल पूछ रही थी।

 

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