अमेरिकी हमले में कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद से ईरान और अमेरिका दोनों एक-दूसरे के खिलाफ सख्त तेवर अपनाए हुए हैं। रविवार को डॉनल्ड ट्रंप ने ईरान को ब्रैंड न्यू हथियारों से हमले की धमकी दी। अंतरराष्ट्रीय मीडिया में प्रकाशित खबरों के अनुसार, उसके कुछ देर बाद ही ईरान ने ट्रंप का सिर कलम करने पर 80 मिलियन डॉलर इनाम (करीब 5.76 अरब भारतीय रुपये में) का ऐलान किया है। जनरल सुलेमानी के अंतिम संस्कार के दौरान एक संस्था ने ईरान के सभी नागरिकों से एक डॉलर दान करने की अपील की है।
वहीं दूसरी तरफ इराक की राजधानी बगदाद के ग्रीन जोन में स्थित अमेरिकी दूतावास और प्रमुख सरकारी कार्यालयों पर चार मोर्टार दागे गए। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि ‘ग्रीन जोन’ में रविवार को दो रॉकेट गिरे। ‘ग्रीन जोन’ में लगातार दूसरी रात रॉकेट दागे गए हैं और पिछले दो महीनों में अमेरिकी प्रतिष्ठानों को 14वीं बार निशाना बनाया गया। चिकित्सकीय सूत्रों ने बताया कि तीसरा रॉकेट ‘ग्रीन जोन’ के बाहर एक मकान में गिरा जिसके कारण चार लोग घायल हो गए।
इधर, ईरान की ओर से औपचारिक तौर पर घोषणा की गई है कि 2015 में हुए न्यूक्लियर समझौते की किसी शर्त और बंधन को अब ईरान नहीं मानेगा। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी की ओर से जारी बयान में कहा गया, देश अब यूरेनियम संवर्धन और उनके प्रसार पर किसी पाबंदी को स्वीकार नहीं करेगा। ईरान अब संवर्धित यूरेनियम से जुड़े रिसर्च और विकास कार्यों और परमाणु कार्यक्रमों में पाबंदी को स्वीकार नहीं करेगा। रूहानी की ओर से जारी बयान में प्रचार-प्रसार कार्यक्रम में किस स्तर की वृद्धि की जाएगी, इसका जिक्र नहीं किया गया था।
वहीं ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद विदेशी सेनाओं को वापस भेजने के इराकी संसद के फैसले पर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप भड़क उठे हैं। ट्रंप ने कहा कि अगर इराक ने अमेरिकी सेनाओं को वापस जाने के लिए बाध्य किया तो हम उसके खिलाफ इतने कठोर प्रतिबंध लगाएंगे जिसका उसने अब तक कभी सामना नहीं किया होगा।
ट्रंप ने ईरान को भी चेतावनी दी और कहा कि अगर इस्लामिक देश ने हमला किया तो हम उसका बहुत ‘जोरदार पलटवार’ करेंगे। ट्रंप ने कहा कि हमारा इराक में एक असाधारण और बेहद कीमती एयरबेस है। इसे बनाने में हमारा अरबो डालर खर्च हुआ है। हम उसे तब तक नहीं छोड़ने जा रहे हैं जब तक कि वे इस एयरबेस के बदले हमें पैसा नहीं दे देते हैं। अगर उन्होंने हमें यह हवाई अड्डा छोड़ने के लिए मजबूर किया तो हम उनके खिलाफ ऐसे कठोर प्रतिबंध लगाएंगे जिनका अब तक उन्होंने सामना नहीं किया गया होगा।
बता दें कि इस हमले से दो दिन पहले अमेरिकी के बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ड्रोन हमले में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर के कुद्स बल के कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी के अलावा ईरान समर्थित संगठन शिया पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्स के उप प्रमुख अबु महदी अल-मुहांदिस समेत कई लोग मारे गये थे।