लखनऊ। चुनावी बेला में, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को एक साथ देख कर तंज़ के लहज़े में, लोकदल के अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। शुक्रवार को 8 माल एवेन्यू में प्रेसवार्ता के दौरान, सुनील सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन में जयंत और अखिलेश एक साथ कभी नही देखें गए। किसान लाठियाँ खा रहा था तब देखे नहीं गए। लेकिन, आज सत्ता की लालच में मंच पर दोनो साथ दिख रहे है।
मुजफ्फरनगर के दंगे में सपा, भाजपा, रालोद के हाथ खून में सने हुए– चौधरी
- चुनाव के बेला में एकजुट होने के कारण चुनावी लाभ लेने के लिए सिर्फ मौका परस्ती है।
- जयंत और अखिलेश किसानों के दर्द को क्या समझ पाएंगे।
- यह वही सरकार रही हैं, जो मुजफ्फरनगर में हुए दंगे के कुप्रभाव को रोकने में नाकामयाब रहे है|
- मुजफ्फरनगर के दंगे को एक बार याद दिलाते हुए कहा की सपा, भाजपा, रालोद के तो पहले से ही खून में हाथ सने हुए हैं।
- चुनाव में किसान को वोट लाभ लेने के लिए काम कर रहे है।
- किसानों की आय दुगनी करने का वादा भाजपा और अखिलेश दोनो का जुमला साबित हुआ।
- अखिलेश जी ने कहा की पूर्व की सरकार में विभागो के 75 हजार करोड़ का बकाया विभाग अभी तक झेल रहा है।
- 300 यूनिट बिजली फ्री में कहा से देंगे सरकार के खजाने से लूटने की तैयारी अभी से तयारी कर ली है।
- उनके बाटे लैपटॉप आज लेकर युवा आज भी भटक रहा है।
- रोजगार के लिए लाठी खानी पड़ रही है।
सपा के साथ भाजपा को भी लिया लपेटे में-
- जो हाल सपा में था भाजपा में आज भी वही है।दोनो में युवा का हाल बुरा रहा है।
- बुनियादी मुद्दे का दिखावा दोनो कर रहे है।गंगा जमुना के तहजीब में भटक गए है
- भाजपा और भाजपा की बी टीम सपा का पलायन जनता तय करेंगी इस 2022 विधान सभा के चुनाव में ।
Report – Anshul Gaurav