राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा बुधवार देर रात संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन के मार्च सत्र के परिणाम घोषित किए गए। परीक्षा में पंजीकृत होने वाले 6,19,368 परीक्षार्थियों में से 13 छात्रों ने 100 पर्सेंटाइल हासिल किए हैं। दिल्ली की काव्या चोपड़ा ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में 300/300 अंक हासिल कर इतिहास रचा है। जेईई मेन में 100 पर्सेंटाइल हासिल करने वाली वह पहली महिला बन गई है।
काव्या बताती हैं कि जेईई मेन के फरवरी सत्र में मैं 99.97 पर्सेंटाइल हासिल किए थे। किन्तु मेरा लक्ष्य हमेशा से 99.98 पर्सेंटाइल स्कोर करने का था। यही वजह थी कि मैंने जेईई मेन के मार्च सत्र की परीक्षा देने का फैसला किया। पहले अटेम्प्ट मैं अपना ज्यादा ध्यान फिजिक्स और केमिस्ट्री विषयों पर केंद्रित किया था। इसके बावजूद मेरे केमिस्ट्री विषय में कम अंक आए। मैंने एनालाइज किया की मैंने किस टॉपिक या किस प्रश्न में गलती की। इसके बाद इन 15 दिनों के अंतराल में मैंने अपना पूरा ध्यान केमिस्ट्री विषय पर लगाया और अपनी कमजोर टॉपिक्स का अध्ययन किया।
बता दें काव्या ने कक्षा दसवीं में 97.6 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। काव्या लगातार कक्षा नौवीं से रीजनल मैथ्स ओलंपियाड (आरएमओ) क्वालीफाई कर रही हैं। वे 10वीं कक्षा में इंडियन जूनियर साइंस ओलंपियाड (आइएनजेएसओ) क्वालीफाई करने के बाद होमी जहांगीर भाभा सेंटर मुम्बई में आयोजित कैंप में भी शामिल हुई थी। उन्होंने कक्षा ग्यारहवीं में नेशनल स्टैंडर्ड एग्जामिनेशन इन एस्ट्रोनॉमी (एनएसईए) क्रेक कर चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने आईओक्यूपी, आईओक्यूसी और आईओक्यूएम भी क्वालीफाई किए हैं।
काव्या चोपड़ा के अलावा पश्चिम बंगाल के ब्रतिन मंडल, तेलंगाना के बन्नूरू रोहित कुमार रेड्डी, मदुर आदर्श रेड्डी तथा जोसयुला वेंकट आदित्य, बिहार के कुमार सत्यदर्शी, तमिलनाडु के अश्विन अब्राहम, राजस्थान के मृदुल अग्रवाल और जेनिथ मल्होत्रा और महाराष्ट्र के अथर्व अभिजीत तांबट व बक्शी गार्गी मारकंड ने भी जेईई मेन के मार्च सत्र में 100 परसेंटाइल हासिल किए हैं।