भागलपुर/बिहार। जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में ऑक्सीजन (पीएसएस यानी प्रेशर स्विंग एडसॉपर्शन) प्लांट लगाया जा रहा है। इस प्लांट के शुरू होने के बाद अस्पताल ऑक्सीजन के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जायेगा। इस ऑक्सीजन प्लांट को लेकर जेएलएनएमसीएच में युद्धस्तर पर काम चल रहा है। नोडल प्रभारी की देखरेख में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के काम को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के निर्देश पर प्रधान सचिव स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत द्वारा जेएलएनएमसीएच के प्राचार्य और अधीक्षक को इसे लेकर पत्र भेजा गया है। पत्र के मुताबिक, इस ऑक्सीजन प्लांट को बीएमजीएफ (बिल एन्ड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन) व पीएटीएच यानी पाथ संगठन मिलकर लगा रहा है। पाथ जहां प्लांट लगाने को लेकर जरूरी सिविल कार्य व इलेक्ट्रिक इंस्टॉलेशन आदि का काम कर रहा है. वहीं, बीएमजीएफ पीएसएस प्लांट को लगा रहा है। इसे लेकर बीएमजीफ ने फाउंडेशन के बिहार-यूपी के उपनिदेशक डॉ. देवेंद्र खंडैत व डॉ. हेमंत शाह व पाथ ने प्रोग्राम आफिसर पाथ डॉ. सिद्धार्थ दत्त को निगरानी व काम को पूरा करने का जिम्मा सौंपी है। पाथ व बीएमजीएफ के जिम्मेदार जेएलएनएमसीएच के नोडल प्रभारी डॉ. महेश कुमार से संपर्क कर ऑक्सीजन प्लांट लगाने को लेकर काम को आगे बढ़ा रहे हैं।
सूबे में पांच जगहों पर लगाया जा रहा ऑक्सीजन प्लांटः जेएलएनएमसीएच के अलावा सूबे के 4 और स्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। इसमें डीएमसीएच लहरियासराय दरभंगा, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर परिसर व सदर अस्पताल समस्तीपुर और पूर्णिया जिले शामिल हैं। हरेक प्लांट की क्षमता 1000 एलपीएम (लीटर प्रति मिनट) होगी। इससे हरेक प्लांट में हर रोज औसतन 400 बड़े सिलेंडर में करीब 2800 क्यूरी मीटर ऑक्सीजन की रिफलिंग की जा सकेगी। कोरोना की दूसरी लहर जब चल रही थी तो जेएलएनएमसीएच में हर रोज 500 से अधिक बड़े सिलेंडर यानी 3500 से 3600 क्यूरी मीटर ऑक्सीजन की खपत हो रही थी। दूसरी लहर थमने के साथ ही ऑक्सीजन की खपत में कमी आई है। सामान्य दिनों में जेएलएनएमसीएच में 120 से 160 क्यूरी मीटर ऑक्सीजन की खपत होती है। माना जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी के मद्देनजर इस ऑक्सीजन प्लांट को बनाया जा रहा है।
जल्दी तैयार हो जाएगा ऑक्सीजन प्लांट: जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. हेमंत कुमार सिन्हा ने कहा कि यह ऑक्सीजन प्लांट जल्द ही तैयार हो जाएगा। प्लांट के इंस्टॉलेशन आदि के कोऑर्डिनेशन को लेकर नोडल प्रभारी का चयन कर लिया गया है। नोडल प्रभारी व प्लांट लगाने के स्थान का चयन करने संबंधी सूचना प्रधान सचिव स्वास्थ्य, बिहार को भेज दी गई है। वहीं अधीक्षक डॉ. असीम कुमार दास ने कहा कि जेएलएनएमसीएच परिसर में संचालित जीएनएम स्कूल के बगल में ही आठ बाई आठ मीटर (64 वर्ग मीटर) जमीन का चयन ऑक्सीजन प्लांट लगाने को लेकर किया गया है। वहीं पर अभी इसका काम चल रहा है। साथ ही बीएमजीएफ व पाथ के पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित करने के लिए डॉ. महेश कुमार का चयन कर लिया गया है।