मध्य प्रदेश में चल रही राजनीतिक हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है. मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री और खुद कमलनाथ बार-बार ऑल इज वेल का राग अलाप जरूर है, लेकिन 2 विधायकों के अभी तक वापस नहीं आने से टेंशन बनी हुई है. ऐसे में ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के लिए यह मुफीद समय है जब वह अपनी मांगों को लेकर खुलकर बात कर सकते हैं.
बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के ज्यादातर मंत्री और विधायकों के फोन बंद होने को सिंधिया खेमे के दबाव की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है. हाल में जिस तरह के हालात बने हैं, उससे साफ है कि कांग्रेस सरकार, खासकर कमलनाथ की कोशिश जारी है कि सरकार को किसी भी हालत में बचाया जाए.
वहीं, सिंधिया खेमे के मंत्री जिनके फोन बंद –
ईमारती देवी मंत्री
प्रद्युम्न सिंह तोमर मंत्री
गोविंद सिंह राजपूत मंत्री
महेन्द्र सिंह सिसोदिया मंत्री
सिंधिया खेमे के विधायक जिनके फोन बंद –
मुन्ना लाल गोयल,
गिर्राज दंडोतिया,
ओ पी एस भदौरिया,
जसपाल सिंह जज्जी,
बृजेंद्र यादव, विधायक
जसवंत जाटव, विधायक
राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव