रायबरेली। आओ गांव बचाएं मुहिम के तहत अब व्यंग्यकार पंकज प्रसून काढ़ा कैफे खोलेंगे। इन जगहों पर ग्राम वासियों को आयुष काढ़ा फ्री में पिलाया जाएगा। काढ़ा कैफ़े अभी उन जगहों पर खुलेंगे जहां पर कोविड केयर एंड हेल्प सेन्टर चल रहे हैं। सतांव ब्लॉक के सहजौरा, लोहड़ा, गोविंदपुर, व रौला ग्राम सभा के साथ लालगंज की बरी ग्राम सभा में यह कैफ़े ख़ुलेंगे। जहाँ पर गुड़ के साथ बना आयुष काढ़ा पिलाया जायेगा। साथ में एनबीआरआई लखनऊ के वैज्ञानिक व आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. संजीव ओझा ग्राम वासियों को फ्री डॉक्टरी परामर्श प्रदान करेंगें। उन्होंने बताया कि काढ़े में इम्यूनिटी बढाने के साथ साथ एंटीइंफ्लेमेटरी, एन्टीमॉइक्रोबियल गुण भी होते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल भी कम करता है।लीवर को सुरक्षा देता है।
पंकज प्रसून बताते हैं कि तीसरी लहर से गांवों को बचाने के लिए ज़रूरी है कि शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाया जाए। काढ़ा इसके लिए सबसे सरल उपाय है। चाय की दुकानों में भी आयुष काढ़ा फ्री में दिया जाएगा औऱ उनको काढ़ा बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। गांव वालों को जड़ी बूटियां उगाने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा। काढा कैफ़े पर भाप मशीने भी मिलेंगी।
क्या होता है आयुष काढ़ा
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा अनुमोदित जड़ी बूटियों जिसमें तुलसी, काली मिर्च, दालचीनी, सौंठ आदि शामिल हैं। पंकज प्रसून ने विश्वास ट्रस्ट और सोनू सूद फाउंडेशन के सहयोग से रायबरेली के 9 गांवों में कोविड केयर किट पहुंचा चुके हैं। साथ ही ओक्सीजन कन्संट्रेटर व सिलेण्डर सुविधा युक्त 10 ओक्सीजन बेड बनवा चुके हैं। पंकज प्रसून की इस मुहिम की तारीफ उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी कर चुके हैं।