लखनऊ। डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की जयंती के अवसर पर 3 दिसंबर को अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा आयोजित प्रदेश के समस्त कायस्थ समाज के सहयोग से कायस्थ हुंकार रैली मे प्रदेश के समस्त चित्रगुप्त वंशजों के भाग लेने की संभावना है।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष मेघना श्रीवास्तव ने बताया कि आज के परिवेश को देखते हुए कोई भी राजनीतिक दल कायस्थों को केवल स्वार्थवश अपने वोट बैंक की तरह इस्तमाल करता आ रहा है। कायस्थ बाहुल्य इलाको में कायस्थ प्रतिनिधि होते हुए भी उनकी अनदेखी कायस्थों के अस्तित्व पर राजनीतिक दलों का आघात है। उन्होंने कहा है कि अब कायस्थ समाज अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो चुका है, अब समाज किसी भी स्थिति में अपनी अनदेखी बर्दास्त नहीं करेगा।
कायस्थ समाज का इतिहास कि इस समाज ने राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोधकांत सहाय, अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष आरके सिन्हा के नेतृत्व मे महासभा सम्पूर्ण भारत में कायस्थों के अधिकार हेतु निरंतर अग्रणी भूमिका में प्रतिनिधित्व कर रही है ।
उन्होंने कायस्थ समाज का आह्वान करते हुए कहा कि हम किसी भी राजनीतिक दल या संगठन से संबंध रखते हों किन्तु सभी लोग अपने व अपनों के अधिकारों का हनन न होने दें। जिससे हमारे प्रत्येक वर्ग के भाई बंधु हमारे युवा, महिला राजनीतिक और सामाजिक हिस्सेदारी में अग्रणी भूमिका में आयें। हमारे समाज की संगठनात्मक वैचारिकता इतनी मजबूत हो जाये कि कायस्थो का अधिकार कोई छीनने न पाए। उन्होंने समाज की महिलाओं से आग्रह किया है कि स्त्री समाज की निर्मात्री होती है। इसलिए समाज को स्त्रियों की सामाजिक सक्रियता की आवश्यकता है। उन्होंने सशक्त समाज के लिए महिलाओं व युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे आगे आएं और समाज में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन