Breaking News

जंग में हवाई सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए ‘एयर डिफेंस कमांड’ की जल्द होगी स्थापना : जनरल मनोज नरवाने

बालाकोट हमले में हमारी ही सीमा में हमारा हेलीकॉप्टर मार गिराना एक तकनीकी गलती थी जो भविष्य में नहीं होगी. जंग में हवाई सुरक्षा सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती और इसीलिए जल्द ही ‘एयर डिफेंस कमांड’ की स्थापना की जा रही है. यह जानकारी नवनियुक्त सेना प्रमुख जनरल मनोज नरवाने ने दी. लोकमत समूह के साथ विशेष साक्षात्कार में उन्होंने सीमा सुरक्षा, पर्यावरण रक्षा, आधुनिकीकरण, नई प्रौद्योगिकी जैसे तमाम विषयों पर खुलकर बातचीत की.

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति को बेहद महत्वपूर्ण घटना करार देते हुए जनरल नरवणे ने कहा कि देश की रक्षा के क्षेत्र में कई चुनौतियां हैं और हमारी सेनाएं उनका सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा के साथ-साथ हवाई सुरक्षा को भी कड़ा करना जरुरी है. एयर डिफेंस कमांड की स्थापना से यह काम कारगर तरीके से हो सकेगा. उन्होंने कहा कि यह कमांड दुनिया में अपनी किस्म की अलग ही होगी और इसे भविष्य का विचार करके ही तैयार किया जाएगा. विभिन्न विषयों पर उन्होंने अपने विचार खुलकर व्यक्त किए-

जनरल दत्तात्रय शेकटकर की अध्यक्षता में समिति स्थापित की है, जो सशस्त्र बलों की जंग की क्षमता में बढ़ाने को लेकर सिफारिशें करेगी. सीमा पर रसद की आपूर्ति के लिए समूचे नेटवर्क को और अधिक विकसित करने की सिफारिश की गई है. सैन्य प्रशिक्षण की चुनौतियां आधुनिक प्रौद्योगिकी, हथियारों और ताजा रणनीतियों को लेकर सैन्य अधिकारियों को अत्याधुनिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्राइस वाटर हाउस कंपनी की मदद भी ली जा रही है. यह पायलट प्रोजेक्ट है जो कामयाब रहा तो व्यापक स्तर पर क्रियान्वित होगा.

केंद्र सरकार की मेक इन इंडिया योजना का बड़ा फायदा है. सेना ने एक अधिकारी को इस बारे में विशेष जिम्मेदारी दी है. उनके जरिये निजी भारतीय सीधे या विदेशी कंपनियों के साथ संयुक्त प्रस्ताव देते हैं. प्रस्ताव पर विचार कर सुझाव दिए जाते हैं. अब तक नौ प्रस्ताव स्वीकृत किए जा चुके हैं.

सियाचीन पोस्ट का मैंने हाल ही में दौरा किया है. पाकिस्तान और चीन पर नजर रखने के लिहाज से यह बहुत महत्वपूर्ण है. तमाम प्राकृतिक चुनौतियों के बावजूद हमारे जवान वहां मुस्तैदी से डटे हुए हैं. पर्यावरण सुरक्षा का महत्व सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ सेना की राय में पर्यावरण सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है. इसीलिए कैंटोनमेंट बोर्ड के तहत आने वाले इलाके में इसका विशेष खयाल रखा जाता है. लगभग सभी जगह सौर ऊर्जा और एलईडी का इस्तेमाल किया जाने लगा है. सेना के वरिष्ठ अधिकारी ई-कार का इस्तेमाल करते हैं.

भारतीय सेना एक बेहद प्रतिष्ठित और पेशेवर तरीके से काम करने वाली सेना है. अनुशासन हमारी सेना की प्रमुख पहचान है. भारतीय संविधान सर्वोच्च है और वही हमारी सेना का मार्गदर्शन करता है. भविष्य की योजनाएं गुणवत्ता, प्रशिक्षण, विश्वास को हम अधिक महत्व देते हैं. किसी भी किस्म की चुनौती का सामना करके जीत हासिल करने की क्षमता सेना में है. यही वजह है कि हर प्रतिकूल परिस्थिति पर हमारे जवान जीत हासिल करते हैं. आज तक हुए तमाम युद्ध भी इसकी पुष्टि करते हैं.

About News Room lko

Check Also

अरुणाचल में एनएच- 313 पर भूस्खलन, दिबांग घाटी का संपर्क कटा; यातायात दुरुस्त करने की कोशिशें जारी

ईटानगर :  ईटानगर अरुणाचल प्रदेश में भूस्खलन की वजह से दिबांग वैली में हुनली और अनिनी ...