बहराइच के ककरहा रेंज से लगे उर्रा के कल्लूपुरवा गांव की युवती गुरुवार की सुबह खेत में काम कर रही थी। जंगल से निकले तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। खेत में काम कर रहे अन्य लोग आवाज सुनकर दौड़े और पीछे से हांका लगाते रहे, लेकिन गर्दन दबोचे तेंदुआ उसे जंगल में खींच ले गया। 200 मीटर दूर जंगल में युवती का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया है।
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उर्रा गांव में पहली बार तेंदुए के हमले से हड़कंप मचा है। हालात को देखते हुए डब्ल्यूटीआई की टीम भी मुस्तैद कर दी गई है।
घटना स्थल को लेकर ग्रामीणों व वन विभाग में विरोधाभास है। ग्रामीणों का कहना है कि खेत में काम करने के दौरान तेंदुआ युवती का गर्दन दबोचकर जंगल में खींच ले गया जबकि वन विभाग का कहना है कि खेत के आसपास कहीं भी पग चिह्न नहीं पाए गए हैं। यहां तक की खेत व जंगल के बीच एक नाला भी है।
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के ककरहा रेंज से उर्रा ग्राम पंचायत का कल्लूपुरवा लगा हुआ है। गांव की 37 वर्षीय विनीता पत्नी बीरबल यादव गुरुवार को सुबह खेत में काम करने गई हुई थी।
करीब सात बजे जंगल से निकले तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया। आवाज सुनकर दूसरे खेत में मौजूद ग्रामीण दौड़े। तब तक तेंदुआ युवती की गर्दन दबोच कर जंगल की ओर खींच ले गया। ग्रामीण हांका लगाते रहे लेकिन तेंदुए ने युवती को नहीं छोड़ा। करीब 200 मीटर दूर जंगल के अंदर ले गया। एकजुट होकर ग्रामीण जंगल के अंदर गए तो युवती का क्षत-विक्षत शव मिला।