गायिका नेहा भसीन जिन्हें बालीवुड में अपनी एक पहचान बनाने में लगभग 16 साल का समय लगा गया, उनका कहना है कि यह एक पुरुष-वर्चस्व वाला क्षेत्र है जहां महिला गायकों का उचित अवसर नहीं मिलते। श्सुल्तानश् के गीत श्जग घुमियाश् के लिए वर्ष 2016 में अधिकतर पुरस्कार हासिल करने वाली 34 वर्षीय गायिका का कहना है कि एक नई एवं असामान्य आवाज के लिए संगीत जगत में अपनी पहचान बनाना काफी कठिन है। नेहा ने कहा, हमारे संगीत जगत में पुरुषों का वर्चस्व है। महिलाओं के लिए यहां अवसर बेहद कम हैं। केवल श्रेया घोषाल और सुनिधि चैहान को ही अच्छा और अधिक काम मिला है। उन्होंने कहा, इन दिनों संगीतकार खुद ही गीत गा रहे हैं या दूसरे पुरूष कलाकारों को गाने का मौका दे रहे हैं। फिल्म एल्बम में महिला गायक बमुश्किल पाई जाती हैं और होता भी हैं तो पुरूष कलाकार के श्फीमेल वर्जनश् का गाने के लिए। गायिका ने कहा, श्संगीत जगत को चलाने की एक व्यवस्था होनी चाहिए लेकिन वह हमारे पास नहीं है।