लखनऊ विश्वविद्यालय में गणित एवं खगोल विज्ञान विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अलका मिश्रा (खगोल विज्ञान) एवं उनके छात्रों द्वारा नाइट स्काई वाच का आयोजन किया। जिसमें सेलेस्टृान टेलिस्कोप द्वारा विशेष रूप से बृहस्पति एवं शनि ग्रहों को देखने का सुअवसर विश्वविद्यालय के छात्रों को प्राप्त हुआ।
यह एक रोचक अवसर था क्योंकि इस समय बृहस्पति एवं शनि दोनों ही धरती से निकटतम है और उन्हें पृथ्वी से बड़ी ही आसानी से देखा जा सकता है। इनको देखने के लिए लंबी कतार विश्वविद्यालय में देर शाम तक लगी रही। जैसे ही टेलिस्कोप को शनि ग्रह की ओर घुमाया गया इसके छल्लो को देखकर सभी मंत्रमुग्ध हो गए।
डॉ अलका मिश्रा ने यह जानकारी दी कि यह ग्रह गैसों एवं कंडो से बना है। लोग हैरान रह गए जब उन्हें पता चला कि वह बृहस्पति ग्रह जो #टेलिस्कोप द्वारा एकदम सूक्ष्म सा दिखता है वह अपने अंदर 1300 पृथ्वी समा सकता है और 641 मिलीयन किलोमीटर दूरी पर है। बृहस्पति ग्रह के साथ-साथ उसके चार उपग्रह भी दिखाई दे रहे थे, जिसके नाम क्रमशः गैनिमीड, कैलिसटो, यूरोपा एवं आयो है।
यह एक अद्भुत नजारा था, जिसका विश्वविद्यालय के सभी विषयों के विद्यार्थियों ने बहुत देर तक नजारा लिया। डॉ अल्का मिश्रा ने लोगों की जिज्ञासा देख आने वाले दिनों में भी इसी तरह के दिलचस्प, रोचक एवं ज्ञानवर्धक सत्र आयोजित कराने के लिए आश्वस्त किया।