पति परिवार कल्याण समिति के तत्वाधान में “माँ..जाएँ…कहाँ? ” विषय पर संगोष्ठी(Idea symposium) का आयोजन किया गया।
जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में “श्री ए के सिंह(State President, Helpage India) ” रहे।
पति परिवार कल्याण समिति के तत्वाधान में हुआ Idea symposium का आयोजन
संगोष्ठी का आयोजन 11 मार्च को किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि के आलावा श्रीमती कुसुमलता (चेयरपर्सन ,वरिष्ठ नागरिक महिला कल्याण समिति ) एवं एस के बाजपेयी (महासचिव ,उत्तर प्रदेश वरिष्ठ नागरिक महासमिति ) व अन्य लोगो की गरिमामयी उपस्थिति रही।
संगोष्ठी के दौरान सभी गणमान्य ने अपने विचार साझा किये जिनकी कुछ प्रमुख बाते ये रहीं
आशा ज्योति स्कूल की प्रधानाचार्य स्वाति शर्मा ने कहा की ‘महिला को अपने महिला होने की गरिमा रखनी होगी ,संयुक्त परिवार होने के नाते मैं आज बहुत कुछ कर पा रही हूँ।
इसी मे बात को आगे बढ़ाते हुए एक पीड़ित वृद्ध पिता ने कहा की ‘परिवार को बनाने में स्त्री का हाथ होता है ,और उसमे भी माँ का स्थान सर्वोपरि है। ‘
श्रीमती कुसुमलता ने अपनी बात को रखते हुए कहा की -वृद्ध महिलाओ को स्वस्थ एवं समृद्ध बनाना होगा। आप भी सबको बताईये की हेल्प लाइन सभी के लिए है।
एस के बाजपेयी (महासचिव)
इसके बाद श्री बाजपेयी ने कहा की ‘हम परेशानी में हैं किन्तु अपनी बात कह नहीं पाते। माँ आज वास्तव में दुविधा में हैं। आज के कानून का बहुऍ दुरूपयोग करती हैं। सर्कार द्वारा माता पिता भरण पोषण अधि. 2007 के अंतर्गत सुरक्षा प्रदान की गयी है।
समिति की अध्यक्ष डॉ इंदु सुभाष ने बताया की युनाइटेड नेशन पॉपुलेशन फण्ड के अनुसार 66% बुजुर्ग महिलाएं आसरे के लिए पूरी तरह किसी अन्य पर निर्भर होतीं हैं। वृद्धा आश्रमों में लगभग 70 प्रतिशत बुजुर्ग महिलाएं जीवन काट रहीं हैं।
महिलाओं के सुरक्षा के लिए बने कानून का कुछ स्त्रियां दुरूपयोग कर रहीं हैं।
कार्यक्रम में सस्था के स्वयंसेवक मोहम्मद इरफान,राजेश सोनी व अन्य की सहभागिता रही।