महाराष्ट्र में एक शान्ति पूर्ण आंदोलन का रुख उस वक़्त बिगड़ गया जब मराठा मोर्चा के एक सदस्य ने जल समाधी के नाम पर नदी में कूद कर जान दे दी। इसके बाद पूरे आंदोलनकारी दल में बेहद आक्रोश भर गया जिसके फल स्वरुप महाराष्ट्र बंद से दहल उठा। बंद का अह्वाहन मराठा क्रांति मोर्चा समन्वय समिति ने किया है।
मराठा मोर्चा : आरक्षण की मांग
मोर्चा ने 72000 सीटों में मराठी समुदाय को 16% आरक्षण की मांग उठाई थी जो पूरी नहीं होने की वजह से आज महाराष्ट्र बंद की घोषणा की है। यहां पर जल-समाधि कर प्रदर्शन करते क्रांति मोर्चा के 27 वर्षीय आंदोलनकारी काका साहेब शिंदे की मौत के बाद लोगों में गुस्सा बढ़ गया है।
सदस्यों का गुस्सा
27 वर्षीय आंदोलनकारी काका साहेब शिंदे की मौत के बाद से तो हालात आैर ज्यादा बिगड़ गए हैं। औरंगाबाद समेत कर्इ इलाकों में यातायात व्यवस्था प्रभावित है। प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर बसों में तोड़फोड़ करने के साथ ही कर्इ आैर वाहनों पर हमले भी किए थे।
नौकरियों में आरक्षण
मराठा मोर्चा के आरक्षण समर्थक एक नेता रविंद्र पाटिल ने एेलान किया है कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उनके समुदाय से माफी नहीं मांगेगे। इसके अलावा अब वे तभी इस आंदोलन को खत्म करेंगे जब उनकी मांगे पूरी नहीं की जाएंगी। इस दौरान उन्होंने अन्य मराठा समूहों से भी इस आंदोलन को सफल बनाने की अपील की है। मराठा समुदाय की मांग नौकरियों आरक्षण दिए जाने की है।
देवेंद्र फडणवीस ने दिया मदद का भरोसा
महाराष्ट्र मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कल काका साहेब शिंदे की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए गहरा दुख व्यक्त किया था। उन्होंने मृतक के परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इसके साथ ही मराठा समुदाय से हिंसा न करने की अपील की है।