कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी कर रहे हैं। यह बदलाव पांच राज्यों में विधानसभा और वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। संगठन को नए तेवर देने के लिए खड़गे कई राज्यों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों के साथ बड़े पैमाने पर प्रभारी बदलने की तैयारी कर रहे हैं।
संगठन में बदलाव को लेकर पार्टी में मुलाकात और चर्चाओं का दौर जारी है। पार्टी महासचिव और संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल इस मुद्दे पर पार्टी अध्यक्ष के साथ कई दौर की चर्चा कर चुके हैं। पार्टी वर्ष 2024 के चुनाव की रणनीति और जातीय व क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए इन बदलावों को अंतिम रूप दे रही है।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को बड़ी व अहम जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। इसके साथ पार्टी नए लोगों को भी संगठन में काम करने का मौका देगी। संगठन में इन संभावित बदलावों में उदयपुर नवसंकल्प और रायपुर महाधिवेशन में पारित प्रस्तावों का असर भी नजर आएगा।
संगठन को नयापन देने और जवाबदेही तय करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष करीब एक दर्जन प्रभारी महासचिवों को हटा सकते हैं। इसके साथ कई मौजूदा प्रभारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव किया जा सकता है। वहीं, युवा नेताओं को संगठन में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। कुछ सचिवों को राज्यों का स्वतंत्र प्रभार दिया जा सकता है।
कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर मल्लिकार्जुन खड़गे के सामने सबसे बड़ी चुनौती फ्रंटल संगठनों को सक्रिय करना है। युवक कांग्रेस अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास अकेले संघर्ष करते नजर आते हैं। महिला कांग्रेस और सेवा दल बिल्कुल निष्क्रिय है। इसके अलावा पार्टी कार्यकर्ताओं को विचारधारा का प्रशिक्षण देने की रफ्तार बहुत धीमी है।
इसके साथ मल्लिकार्जुन खड़गे प्रदेशों में संगठन को मजबूत करने के लिए वरिष्ठ नेताओं को प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। पार्टी के एक नेता ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को एआईसीसी में शामिल किया जा सकता है। इससे संगठन में वरिष्ठ और युवा नेताओं में तालमेल बनेगा और संगठन में नयापन आएगा।