बलिया के जिला अस्पताल में बीते एक सप्ताह के दौरान 100 से ज्यादा लोगों की मौत के मामले की जांच के लिए सरकार की तरफ से गठित निदेशक स्तर के दो अफसरों की टीम ने रविवार को मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है।
उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, मौतों के जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस बीच इन मौतों को लेकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है।
सरकार ने प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को अलर्ट कर गर्मी से होने वाली बीमारियों के इलाज के लिए सारी व्यवस्थाएं चाकचौबंद रखने को कहा गया है।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक खुद गर्मी से होने वाली बीमारियों की निगरानी करने में जुटे हैं। प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य पार्थसारथी सेन शर्मा ने गर्मी से होने वाली बीमारियों के इलाज और जरूरी व्यवस्थाओं के लिए सभी जिलों को निर्देश जारी किए।
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उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि बलिया जिला अस्पताल में मरीजों की मौत पर विवादित बयान देने वाले प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिवाकर सिंह को हटा दिया गया है। उनकी जगह सर्जन डॉ. एके यादव काम देखेंगे।
बलिया पहुंची समिति ने हीट स्ट्रोक से मौत के दावे पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि फिलहाल मौत का कारण हीट स्ट्रोक को नहीं कहा जा सकता। पांच दिन के अंदर जांच रिपोर्ट आएगी, तभी कुछ कहा जा सकता है।
वहीं रविवार को भी भोर से शाम तक तीन मरीजों की मौत हो गई। टीम में शामिल निदेशक डॉ. एके सिंह, डॉ. केएन तिवारी ने अस्पताल में भर्ती 25 मरीजों के खून के साथ ही कोविड के नमूने लिए। मरने वालों में गड़वार व बांसडीह ब्लाक के ज्यादा लोग हैं।