लखनऊ। मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराजसिंग रूपन ने सीएमएस कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 23वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ का उद्घाटन किया। इस ऐतिहासिक सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराजसिंग रूपन ने कहा कि सीएमएस की पहल पर न्यायविद्दो व क़ानूनविद्दो ने भावी पीढ़ी एवं विश्व मानवता की भलाई का जो बीड़ा उठाया है, वह वाकई प्रशंसनीय है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उद्घृत करते हुए रूपन ने कहा कि अब युद्ध का युग समाप्त होना चाहिए।
सीएमएस के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि शिक्षा से हमारे बच्चों के लिए एक बेहतर भविष्य का निर्माण करने में प्रमुख भूमिका निभाएगी।इससे पहले, विभिन्न देशों से पधारे पूर्व व वर्तमान राष्ट्राध्यक्षों समेत 57 देशों के मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों व प्रख्यात हस्तियों ने ‘विश्व एकता मार्च’ निकालकर विश्व के ढाई अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य का अलख जगाया।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में विभिन्न देशों से पधारे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व अन्य राजनीतिक हस्तियों समेत कई प्रख्यात न्यायमूर्तियों ने अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर बोलते हुए एंटीगुआ और बारबुडा के गवर्नर-जनरल, सर रॉडनी एरे लॉरेंस विलियम्स ने सीएमएस द्वारा आयोजित इस सम्मेलन की प्रशंसा की और इसके सिद्धान्त को आगे बढाने के लिए सुझाव भी दिए। इसके अलावा, विभिन्न देशों से पधारे न्यायविदों व कानूनविदों ने आज विभिन्न पैरालल सेशन्स में जमकर चर्चा परिचर्चा की।
इन पैरालल सेशन्स के अन्तर्गत ‘क्रिएटिंग कल्चर ऑफ यूनिटी एण्ड पीस’, ‘इस्टेब्लिशिंग रूल ऑफ लॉ’, ‘ह्यूमन राइट्स’, ‘ग्लोबल गवर्नेन्स स्ट्रक्चर’, ‘टैकलिंग ग्लोबल इश्यूज’ एवं ‘सस्टेनबल डेवलपमेन्ट’ आदि विषयों एवं उप-विषयों पर गहन विचार-विमर्श हुआ। सम्मेलन के संयोजक व सीएमएस संस्थापक डा. जगदीश गांधी ने आज अपरान्हः सत्र में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में मुख्य न्यायाधीशों के विचारों से अवगत कराते हुए कहा कि मुख्य न्यायाधीशों ने सीएमएस छात्रों की अपील को ध्यानपूर्वक सुना और इस पर गहरा विचार-विमर्श किया।विभिन्न देशों से पधारे अतिथियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मुख्यमंत्री आवास, 5 कालीदास मार्ग पर रात्रिभोज दिया। इससे पहले, इन सभी सम्मानित अतिथियों ने नवनिर्मित हाईकोर्ट परिसर का अवलोकन किया।