मैं
ना मैं तेरे फसाने का किस्साना तू मेरे हकीकत की कहानीमैं तेरे दिल की सुलगती आगतू मेरी आंख से बहता पानीकिनारे पे तन्हा बैठा बुढ़ापालहरों संग हंसती खेलती जवानीमैं बर्फीली हवाओ सी सर्द सर्दतू आइने में जमी सी गर्द गर्दमेरे रग रग से छलकता ईमानतेरी नस नस से झलकती बेइमानीतू शरदी की ढलती हुई शाममैं चढती हुई सुबह सुहानीतेरे शब्द शब्द का मतलब तूमेरे लफ्ज़ लफ्ज़ में, मैं बेमानीमेरे भीतर ठहराव समंदर कातेरे भीतर बहती दरिया तूफानीआरती त्रिपाठी
Tags आरती त्रिपाठी
Check Also
‘परपंचु’ अवधी गोष्ठी में भाषा एवं संस्कृति के संरक्षण पर समृद्ध चर्चा
Lucknow। लखनऊ कनेक्शन वर्ल्डवाइड (LCWW), एक वैश्विक फेसबुक समुदाय जिसमें 72,000+ सदस्य हैं, ने कल ...