प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि आय दोगुनी करने का अभियान शुरू किया था। इसके अंतर्गत अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। किसान सम्मान निधि के साथ ही अनेक राहत शतप्रतिशत किसानों तक पहुंचाई जा रही है। करोड़ो मृदा परीक्षण कार्ड,किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराए गए। यूरिया की पर्याप्त व्यवस्था की गई। सिंचाई सुविधा का विस्तार किया गया। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार भी इन सभी किसान कल्याण योजनाओं पर तेजी से अमल कर रही है। उत्तर प्रदेश में किसानों की आय दोगुनी करने के लिए मिशन किसान कल्याण योजना पर प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित किया गया है।
प्रदेश के सभी विकासखण्डों में इसे चरणबद्ध तरीके से आयोजित किया जाएगा। इस मिशन के तहत कृषि व सहवर्गी सेक्टर की वृहद प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इसमें स्थानीय स्तर पर लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यमिता इकाइयों तथा ग्राम्य विकास के आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित प्रमुख उत्पादों को शामिल किया जाएगा। किसान गोष्ठियों का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रगतिशील किसान,वैज्ञानिक एवं कृषि विभाग से जुड़े कृषि प्रसार कार्यकर्ता, शासन की विकासोन्मुखी योजनाओं के बारे में जानकारी उपलब्ध कराएंगे। विभिन्न विभागों द्वारा कृषि कल्याण की संचालित योजनाओं के लाभार्थियों को मौके पर लाभ भी प्रदान किया जाएगा।
मिशन के अनेक आयाम
किसान कल्याण मिशन में कृषि,कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान,कृषि विपणन,मण्डी परिषद, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण,पशुपालन, मत्स्य,गन्ना,खाद्य एवं रसद,ग्राम्य विकास, पंचायतीराज,सिंचाई, लघु सिंचाई,रेशम,वन, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा,बाल विकास एवं पुष्टाहार,सूचना एवं जनसम्पर्क इत्यादि विभाग प्रतिभाग करेंगे। इस मिशन के लिए कृषि विभाग नोडल विभाग के रूप में कार्य करेगा। मिशन के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा।
निरन्तर खरीद 72 घण्टे में भुगतान
उत्तर प्रदेश में पिछली सरकार के मुकाबले अभी तक पांच गुना अधिक धान खरीद हो चुकी है। खरीद का यह खत्म लगातार जारी है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसानों से निर्धारित अवधि के दौरान निरन्तर खरीद की जाए। उनकी अधिकतम फसल की खरीद की जाए। प्रत्येक धान क्रय केन्द्र की प्रतिदिन समीक्षा की जाएगी। योगी ने कहा कि किसान को अपनी उपज बेचने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि क्रय केन्द्र पर आने के उपरान्त किसानों से फसल खरीद की जाए और उनका भुगतान 72 घण्टे के अन्दर सुनिश्चित किया जाए। किसानों को रजिस्ट्रेशन टोकन फौरन उपलब्ध कराया जाए। क्रय केन्द्रों पर कर्मचारियों की उपस्थिति हर हाल में सुनिश्चित की जाए। धान क्रय केन्द्रों पर किसानों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं।
मुख्यमंत्री कार्यालय से निगरानी
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धान क्रय केन्द्र की कोई शिकायत मिले,तो इसके सम्बन्ध में मुख्यमंत्री कार्यालय को तत्काल सूचित किया जाए। उन्होंने मण्डी परिषद को अपनी जिम्मेदारी भलीभांति निभाने के लिए कहा।उन्होंने किसान कल्याण मिशन के क्रियान्वयन तथा उत्तर प्रदेश कृषक उत्पादक संगठन नीति-2020’ के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया।
प्रदेश कृषक उत्पादक संगठन नीति-2020
योगी आदित्यनाथ कृषक उत्पादक संगठन के गठन हेतु भी गम्भीर है। उन्होंने को उत्तर प्रदेश कृषक उत्पादक संगठन नीति-2020 एफपीओ के शुभारम्भ कार्यक्रम से सम्बन्धित प्रस्तुतीकरण का भी अवलोकन किया। इसके माध्यम से मुख्यमंत्री को एफपीओ पाॅलिसी की मुख्य विशेषताओं के साथ कार्यक्रम की रूपरेखा के सम्बन्ध में अवगत कराया गया। वर्तमान में प्रदेश में 576 एफपीओ गठित किए जा चुके हैं,जबकि 276 एफपीओ का गठन प्रस्तावित है। गठित किए जा चुके एफपीओ में 2,16,876 किसान सदस्य हैं। एफपीओ नीति को कार्यान्वित करने के लिए राज्य की रणनीति के विषय में अवगत कराया गया।