चाचौड़ा। रविवार के दिन बीनागंज की कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल में क्षेत्र की विधायक ममता मीना ने Girls को साईकिल वितरित की। स्कूल शिक्षक तरुणेंद्र प्रताप मिश्रा ने बताया कि कन्या हायर सेकंडरी स्कूल बीनागंज में छात्राओं की कुल संख्या 245 जिसने साइकिल के लिए पात्र 173 छात्राएं हैं। जिनमें से आज के दिन क्षेत्रीय विधायक ममता मीना के हाथों से 10 साइकिलों का वितरण किया गया। उन्होंने अब तक कुल 73 साइकिलें वितरित की हैं।
विधायक ने Girls को बताया राष्ट्र का भविष्य
साइकिल वितरण कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक ने अपने उद्बोधन में कहा कि सायकिल का पहिया जिस प्रकार चलता है, आपकी पढ़ाई भी उसी तरह चलना चाहिए। उन्होंने छात्राओं को राष्ट्र का भविष्य बताया। उन्होंने कहा कि आप में से किसी को कलेक्टर किसी को डॉक्टर किसी को इंजीनियर और किसी को वैज्ञानिक बनना है। बीनागंज के कन्या हायर सेकंडरी स्कूल में साइकिल वितरण समारोह में मुख्य अतिथि विधायक ने समारोह को संबोधित किया। कार्यक्रम को केश शिल्पी बोर्ड के प्रदेश उपाध्यक्ष बाबूलाल सेन, भाजपा जिला मंत्री डॉ. हरज्ञान सिंह गुर्जर ने भी वितरण कार्यक्रम में उपस्थित लोगों एवं शिक्षकों को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन कर्मचारी नेता कृष्ण गोपाल मीना ने किया। जयप्रकाश शर्मा ने सभी अतिथियों और कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में उपस्थित रहे भारी संख्या में लोग
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में जनपद उपाध्यक्ष रामसेवक मीना किसान मोर्चा के महामंत्री ब्रजनारायरण मीना, सांसद प्रतिनधि सुदामा शर्मा, युवा मोर्चा मंडल अध्य्क्ष मनोज मीना, बीआरसीसी दशरथ सिंह मीना, दिनेश भार्गव और आकाश मीना आदि मंच पर मौजूद रहे। स्कूल की प्राचार्य पुष्पा केरकट्टा ने स्वागत भाषण दिए। वहीं दुर्गाप्रसाद शर्मा ने विधायक के व्यक्तित्व पर आधारित कविता प्रस्तुत की।इस अवसर पर तरुणेंद्र प्रताप मिश्रा, कलम सिंह मंडलोई, अनिता शर्मा, मुकेश मथोरिया, प्रिया शाक्यवार, नितिन शर्मा, नारायण लाल, घोसी नारायण, लाल अहिरवार सहित बड़ी संख्या में बालक, बालिका और उनके अभिवावक सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्तिथ रहे।
छात्राओं के चेहरों पर दिखी खुशी
साइकिल वितरण कार्यक्रम के दौरान जब स्कूली छात्राओं को विधायक ने साइकिल बांटी तो उनके चेहरे खुशी से चमक उठे। इस दौरान छात्राओं ने कहा कि हम लोगों को पैदल रोजाना स्कूल आने में परेशानी होती थी। यही नहीं कभी -कभी तो स्कूल आने में देर हो जाती थी। अब हम लोगों को स्कूल आने के लिए साइकिल मिल गई है। जिससे अब हम समय से स्कूल आसानी से पहुंच जायेंगे।