कोरोना वैक्सीन को लेकर रुस की ओर से एक खुशखबरी आई है. दरअसल, रुस का दावा है कि उन्होंने कोरोना वैक्सीन बना ली है, जिसके सभी ट्रायल भी सफल रहे हैं. हालांकि अभी दूसरें देशों में वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो पाई है, जिसकी वजह से वह कोरोना से बचने के दूसरे तरीके खोज रहे हैं.
इसी बीच वैज्ञानिकों ने एक चौकानें वाला खुलासा किया है. वैज्ञानिकों की मानें तो माउथवॉश से गरारे करने से कोरोना का खतरा टल सकता है. यही नहीं, उनका कहना है कि इससे गले में मौजूद वायरस की संख्या भी कम हो जाएगी.
शोधकर्ताओं के मुताबिक, कोरोना वायरस मुंह और गले में मौजूद होती है इसलिए माउथवॉश से वो निष्क्रिय हो सकता है. हालांकि इस बात का अभी कोई पुख्ता प्रूफ नहीं मिला है कि माउथवॉश वायरस को निष्क्रिय करने में मददगार है. माउथवॉश कोरोना का खतरा एक सीमित समय तक टाल सकता है.
मगर, वैज्ञानिकों की चेतावनी है कि यह कोरोना का पक्का इलाज नहीं है और ना ही इससे वायरस पूरी तरह खत्म होगा. शोध के मुताबिक, वायरस के कण संक्रमित व्यक्ति से ड्रॉप्लेट्स के जरिए स्वस्थ व्यक्ति में मुंह, नाक और आंख के जरिए पहुंचते हैं. ऐसे में माउथवॉश से गरारे करना फायदेमंद हो सकता है. फिलहाल इसे लेकर अभी शोध किए जा रहे हैं, जिसके बाद ही कुछ भी पक्के तौर पर कहा जाएगा.