रायबरेली। दरगाह Dargah महबूब आलम शाह के 520वें उर्स मुबारक के दूसरे दिन शुक्रवार की रात शानदार आल इण्डिया मुशायरा एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें हिन्दुस्तान के मशहूर शायर एवं कवियों ने हिस्सा लिया।
Dargah महबूब आलम शाह के उर्स पर बड़ी संख्या में लोग रहे मौजूद
दरगाह Dargah महबूब आलम शाह के उर्स मुबारक के मौके पर मुशायरे की सदारत मो. इलियास पूर्व चेयरमैन नगर पालिका परिषद ने किया और निज़मात ग़ैबी जौनपुरी ने की। मुशायरे में खासतौर से हसन काज़मी, खुशीर्द हैदर, सुन्दर मालेगांव, अना देहेलवी, निकहत अमरोही, नाज प्रतापगढ़ी, राम बाबू रस्तोगी आदि शामिल हुए।
नीले गगन पर सुनते तो हैं कुदरत रहती है, लेकिन मां के पांव के नीचे जन्नत रहती है : शासन हसन काजमी
मिल जाए कहीं सूरज तो उसको बता देना, मग़रिब में उजाला है मशरिक में अंधेरा है : अना देहलवी
मुशायरे के इस अवसर पर शहर में बड़ी संख्या में जायरीन एवं सम्भ्रान्त व्यक्ति मौजूद रहे। जिसमें दरगाह के जनरल सेक्रेटरी मो.रईस खां, जमील अहमद, सुहैल सिद्दीकी, नियाज, बब्लू, मनीष गुप्ता, नफीस खां (तोप सिंह), यूसुफ रजा, यमन असद सिद्दीकी, आरिफ मिर्जा, बब्लू राजधानी, गुड्डू अन्सारी, रईस खां, अख्तर आलम, गुड्डू कोटेदार, अ.वाहिद घोसी आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट – दुर्गेश मिश्रा