फ़िरोज़ाबाद। एसएसपी डॉ मनोज कुमार ने थाना शिकोहाबाद क्षेत्र छीछामई में लापता बालक का शव मिलने के बाद देर शाम घटना का खुलासा करते हुए बताया छीछामई निवासी गीतम सिंह के सात वर्षीय पुत्र हरी बाबू का अपहरण उसके पड़ोस के ही धर्मीदास वाल्मीकि ने किया था। उसी ने उसे पांच रुपये देकर दुकान पर भेजा था। इसके बाद लगातार परिवार के साथ रह रहा है। जिससे किसी को शक न हो। वहीँ गीतम सिंह की तहरीर के बाद 17 को उसके चाचा के पास फिरौती के फोन आने की बात बताने पर इस केस की जांच और तेज कर दी गयी थी।
- 18 फरवरी को मामला आईपीसी की धारा 363 में दर्ज कर लिया गया था।
मोबाइल की लोकेशन से मिले अहम सुराग
अभियुक्त के मोबाइल से अहम सुरागों का लग सका पता। पुलिस ने उसके मोबाईल को सर्विलांस पर लगाकर लोकेशन लिया गया। फोन पर इसने बिहार के रनवीर ठाकुर के भाई होने की बात कही थी, पर नम्बर की लोकेशन यही आसपास मिल रही थी। जिसके बाद उसे पकड़ लिया गया। उसकी निशानदेही पर ही शव मिला। शव अर्द्धनग्न अवस्था में मिला। जिससे आशंका जताई जा रही है दुष्कर्म या दुष्कर्म का प्रयास किया गया है। जिसके बारे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर पता चलेगा। बालक के पिता की जानकारी पर यह भी पता चला कि जिस दिन गायब हुआ उस दिन पूछने पर इसने यह भी बताया कि उसने पांच रूपये दिए थे दुकान पर गया था। सोचने वाली बात यह है कि जिसने उसके पहले कभी पैसे नहीं दिए तो उसी दिन क्यों पैसे दिए। हत्या के बाद मामले में अन्य संबंधित धाराएं जोड़ दी गई हैं।
- वहीं शव गांव के पास ही नीम खेरिया में सरसों के खेत में काफी अंदर जाकर मिला था।
- फ़िलहाल इससे अभी और अधिक खुलासे की सम्भावना है जो यह बता नहीं रहा है।
- अभी तक की पूछताछ में यह अकेला ही इस केस में शामिल रहा।
