निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्याकांड के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में शुक्रवार सुबह ठीक 5.30 बजे फांसी दे दी गई है। जिसके बाद निर्भया के पिता बद्रीनाथ और मां आशा देवी काफी खुश दिखाई दे रहे हैं। साथ ही उनका चारों दोषियों की फांसी पर बयान सामने आया है।
निर्भया की मां ने नम आंखों से कहा कि, ”आज का दिन हमारे बच्चियों के नाम, हमारे महिलाओं के लिए। देर से ही लेकिन न्याय मिला। हमारे न्यायिक व्यवस्था, अदालतों को धन्यवाद। जिस केस में जिस तरह से एक-एक पिटिशन डाली गई, हमारे कानून की कमियां सामने आई और आज उसी संविधान पर सवाल उठ गया था। लेकिन एक बार फिर हमारा विश्वास हमारे देश के बच्चियों को इंसाफ मिला। हमारे बच्ची इस दुनिया में नहीं आने वाली, निर्भया को इंसाफ मिला, लेकिन आगे भी इस लड़ाई को जारी रखेंगे। आगे भी लड़ते रहेंगे कि ताकि आगे कोई निर्भया केस न हो।”
तो वहीं, निर्भया के पिता ने कहा कि ‘लड़ाई लंबी रही है, संतुष्ट हूं समाज से नहीं सिस्टम से शिक़ायत है। बहुत लंबी लड़ाई लड़ी है, लोगों से यही कहूंगा कि बेटे और बेटी के बीच भेद न करें मेरी बेटी ज़िंदा नहीं है पर मैने उसे बेटा ही माना रात भर सुनवाई चली लेकिन हमें कोर्ट पर यकीन था। मैं संतुष्ट हूं, पर चैन से सो नहीं पाऊंगा। अब भी मुझे मेरी बेटी की सिंगापुर की तस्वीर याद है, बस कल्पना ही कर सकता हूं कि फ़ांसी पर वो कैसे लटके होंगे। मैं सबका धन्यवाद करता हूं।’
निर्भया के दोषियों को फांसी की सजा मिलते ही तिहाड़ जेल के बाहर अलग ही नजारा देखने को मिला। इस दौरान तिहाड़ के बाहर एकत्रित स्थानीय लोग निर्भया जिंदाबाद के नारे लगाते नजर आए। इसके साथ ही उन्होंने दोषियों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील को खूब कोसा। जैसे ही फांसी की खबर सामने आई, तिहाड़ जेल के गेट नंबर तीन के बाहर इकट्ठा हुई भीड़ ने ‘निर्भया जिंदाबाद, एपी सिंह मुर्दाबाद’ जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए। इस दौरान लोग जश्न में डूबे नजर आए और उन्होंने मिठाई बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया।