अब सरकार की तरफ से जल्द ‘वन नेशन, वन टैग’ (One Nation One Tag) को भी लागू किया जा सकता है। ‘वन नेशन वन टैग’ यानी आप एक ही डिजिटल टैग के सहारे आप देश के नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे से लेकर म्युनिसिपल रोड कर भी अदा कर सकते हैं। दरअसल अभी फास्ट टैग या आरएफआईडी (RFID) के जरिये देश के नेशनल हाईवे व स्टेट हाईवे पर टोल डिजिटली अदा किया जाता है।
10 अक्टूबर को मंत्रालय के अधिकारियों के साथ अहम बैठक
कई राज्यों में म्युनिसिपल कर या प्रदेश में प्रवेश करने पर टोल कर फास्ट टैग से अलग, अन्य डिजिटल टैग के माध्यम से भरना होता है। ऐसे में सरकार एक ही वाहन पर भिन्न भिन्न टैग चिपकाने के बजाय सिर्फ एक टैग से ही सभी टोल पर कर देने की व्यवस्था पर विचार कर रही है। ‘वन नेशन वन टैग’ के कॉन्सेप्ट को सच बनाने व इससे जुड़ी सभी बारीकियों पर बात करने के लिए सड़क परिवहन मंत्रालय 10 अक्टूबर को मंत्रालय के अधिकारियों व कई प्रदेश सड़क परिवहन अधिकारियों के साथ अहम मीटिंग करने जा रहा है।
अधिकांश भाग राज्यों के देने के मूड में केंद्र
सूत्रों की माने तो सरकार राज्यों को भी टैग के जरिये टोल कलेक्शन में से कमाई का अधिकतर भाग राज्यों के देने के मूड में है। इससे प्रदेश सहमत होते हैं तो एक देश एक टैग के कॉन्सेप्ट को पास बनाया जा सकेगा। सूत्रों की माने तो सरकार टोल कलेक्शन में पारदर्शिता व तेजी लाने के मकसद से फास्ट टैग या RFID के जरिये डिजिटल टोल कलेक्शन को बढ़ावा देना चाहती है।
ऐसे में ‘वन नेशन वन टैग’ के जरिये सरकार डिजिटल टोल कलेक्शन को बढ़ावा देना चाहती है। आंकड़ों के अनुसार अभी तक 60 लाख फास्ट टैग व्यक्तिगत वाहनों, कॉमर्शियल गाड़ियों जैसे टैक्सी, बस व ट्रक आदि पर लग चुके हैं।