चन्दौली। जनपद के चकिया सुरक्षित सीट पर सपा ने बसपा से आए पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार पर भरोसा दिखाया है। पार्टी ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है। संगठन के केंद्रीय कार्यालय की ओर से जारी प्रत्याशियों की सूची में जितेंद्र कुमार का नाम शामिल होने से उनके समर्थकों में खुशी का माहौल है। वहीं टिकट की आशा लगाए पूर्व विधायक पूनम सोनकर, डॉ. रामअधार जोसफ, महेंद्र राव, दशरथ सोनकर सहित कई दावेदारों को करारा झटका लगा है। संभावना जताई जा रही है कि आलाकमान के निर्णय से स्थानीय सपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। वहीं चट्टी चौराहों पर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। कभी बसपा के मजबूत कैडरों में शुमार जितेंद्र कुमार एडवोकेट बसपा सुप्रीमों मायावती के करीबी नेताओं में गिने जाते थे।
दो बार हार का सामना कर चुके हैं । जितेन्द्र
वह वर्ष 2007 में चकिया से विधायक चुने गए थे। इसके बाद जितेंद्र बसपा के टिकट पर 2012 व 2017 में चकिया से विधानसभा चुनाव चुनाव लडे पर हार गए । हालांकि दोनों बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। लेकिन संगठन से मोहभंग होने के बाद एक साल पहले उन्होंने सपा का दामन थाम लिया था। पार्टी ने अनुसूचित वर्ग में अच्छी पकड़ होने व तेज-तर्रार छवि की वजह से पार्टी के पुराने धुरंधरों की बजाय बसपा से आए जितेंद्र कुमार को सपा ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है। भाजपा की ओर से प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है।
विदित हो कि जितेंद्र के मैदान में आने से नक्सल प्रभावित और पर्यटन की दृष्टि से समृद्ध पर्वतीय इलाके में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। लोगों की निगाहे अब भाजपा पर टिकी है। चर्चा है कि भाजपा से आधा दर्जन से अधिक लोगों ने टिकट के लिए आवेदन किया है।
रिपोर्ट – अमित कुशवाहा