लखनऊ। आज लखनऊ विश्वविद्यालय के मानव विज्ञान विभाग में ‘अन्तर्राष्ट्रीय विकास सप्ताह’ के अन्तिम दिन विकसित भारत विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
लविवि : जूलॉजी विभाग में मनाया गया महिलाओं और लड़कियों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय के मार्गदर्शन में चल रहे G -20 कार्यक्रमों की श्रृंखला में विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में उत्साहपूर्ण प्रतिभाग किया।
भाषण प्रतियोगिता का केन्द्रीय भाव विकसित भारत तथा इससे जुड़े सामाजिक विषय जैसे- न्याय व समानता, अपराध मुक्त समाज व सतत विकास रहा।
प्रदेश सरकार आईटी व आईटीईएस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कृत संकल्पित है- योगेन्द्र उपाध्याय
इस प्रतियोगिता का प्रमुख उद्देश्य विकासित भारत से जुड़े प्रमुख मुद्दों तथा वर्तमान में भविष्य के परिपेक्ष्य में अनेक ज्वलन्त विषयों के सम्बन्ध में विद्यार्थियों को जागरूक करना था। उल्लेखनीय है कि भारत वर्ष 2023 के लिये जी-20 देशों की अध्यक्षता कर रहा है।
वसुधैव कुटुम्बकम की शाश्वत भावना के साथ भारत का नेतृत्व समूचे विश्व के सुनहरे भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा। जी-20 का ध्येय समस्त जीवों के जीवन मूल्यों को सुनिश्चित करते हुये पृथ्वी एवं ब्रह्माण्ड से इनकी अर्न्तसम्बद्धता को भी व्यक्त करता है।
एकेटीयू के स्टॉल पर पहुंचे मुख्यमंत्री, स्टार्टअप्स को सराहा
अमृत काल में भारत के लिये यह अध्यक्षता विशिष्ट मानवीय मूल्यों को समाहित करते हुए समृद्ध एवं विकसित समाज के निर्माण के लिये प्रतिबद्ध है।
इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने विकसित भारत तथा समाजिक विषयों पर विचार व्यक्त किये। डॉ केया पाण्डेय, विभागाध्यक्ष ने कहा कि आयोजन विद्यार्थियों को सामाजिक विषयों के प्रति जागरूक करेगा।
जागरूक विद्यार्थी विकासशील से विकसित भारत की यात्रा में प्रमुख भूमिका निभायेंगे। प्रो पूनम टण्डन, डीन एकेडेमिक्स ने भी कार्यक्रम की सराहना की।
निर्णायक के रूप में प्रो राघवेन्द्र प्रताप सिंह उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्रो सिंह ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतन्त्र है और जी-20 की अध्यक्षता गरिमा का विषय है। सतत विकास, समानता और न्याय का मंत्र देने वाला देश भारत ही है।
भाषण प्रतियोगिता में दिशा चौरसिया प्रथम, सुनीधि चौरसिया ने द्वितीय तथा उत्कर्ष एवं रजत ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। डॉ केया पाण्डेय ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर प्रो उदय प्रताप सिंह, डॉ सौम्यता पाण्डेय, डॉ मशीयत रिजवी, डॉ सोनी वर्मा मानवशास्त्र प्रोग्राम से एवं फारेन्सिक साइंस से असि० प्रोफेसर अभिमन्यु हर्षे एवं आकाश कुमार उपस्थित रहे।