उत्तराखंड के उत्तरकाशी, चमोली, रूद्रप्रयाग और पिथौरागढ जनपदों में 300 मीटर और उससे अधिक की ऊंचाई वाले स्थानों पर भारी बर्फबारी होने की सम्भावना है। इससे उत्तर प्रदेश में भी उत्तराखंड के पहाड़ों को छूते हुए आने वाली हवा शीतलहर ला सकती है। उत्तराखंड में दिसंबर से बर्फबारी जारी है। बद्री केदार गंगोत्री व यमुनोत्री धाम बर्फ से ढके हुए हैं। मौसम की चाल रुक रुक कर बदलने से स्थानीय लोगों को संभलने का मौका नहीं मिल पा रहा है।
इसके अलावा नैनीताल, देहरादून, पौड़ी, हरिद्धार और उधमसिंहनगर सहित कुछ स्थानों पर खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में शीत लहर की की सम्भावना व्यक्त की गयी है। यह जानकारी अपर जिलाधिकारी (वि/रा) बीर सिंह बुदियाल ने अवगत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी पुर्वानुमान के आधार पर दी।
उत्तर प्रदेश में शीतलहर का दौर थमने के बाद लोग राहत की सांस ले रहे हैं। तेज धूप निकलने से लोग सैर सपाटे पर भी निकल रहे हैं। लेकिन अगर उत्तराखंड में भारी बर्फबारी हुई तो यूपी में एक बार फिर तेजी से ठंड लौटेगी। और लोग एक बार फिर कड़ाके की ठंड झेलने को मजबूर हो जाएंगे।
अधिकारी हाई अलर्ट पर
उत्तराखंड में बर्फबारी की स्थिति को देखते हुए आपदा प्रबन्धन आईआरएस प्रणाली के नामित अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रख दिया गया है। अधिकारियों से अपने मोबाईल फोन सक्रिय रखने को कहा गया है। जनपद स्तरीय अधिकारियों को तत्परता बनाये रखते हुए सावधानी, सुरक्षा एवं आवागमन में नियंत्रण की स्थिति बनाये रखने, आपदा/दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करने, एनएच, लो.नि.वि, पीएमजीएसवाई, सीपीडब्लूडी आदि विभागों को किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने की दशा में उसे तत्काल खुलवाने की कार्यवाही करने, समस्त चौकी/थानों को आपदा सम्बन्धी उपकरण एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिये गए हैं।