पाकिस्तान में राजनीतिक संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर एक बार फिर से गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। उनके लाहौर के जमान पार्क स्थित घर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात है।
कुछ ही देर में उनके घर की तलाशी भी होने वाली है। लाहौर पुलिस को सर्च का वॉरंट मिल गया है। इमरान खान पर आरोप लगा है कि उन्होंने अपने घर में 40 आतंकवादी छिपे हुए हैं। इन्हीं आतंकियों की तलाशी के लिए इमरान खान के घर पर पुलिस कभी भी पहुंच सकती है। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 400 पुलिसवाले इमरान खान के घर पर सर्च ऑपरेशन चलाएंगे।
आशंका है कि इमरान खान को सर्च के दौरान ही एक बार फिर से अरेस्ट भी किया जा सकता है। इतनी बड़ी संख्या में पुलिसवालों के पहुंचने से इस बात के कयास लग रहे हैं। दरअसल इमरान खान समर्थकों पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने 9 मई को जिन्ना हाउस पर अटैक किया था, जहां पाकिस्तानी सेना के कोर कमांडर रहते हैं। इस हमले के बाद से इमरान खान घिरे हुए हैं और उन पर सेना के अपमान के आरोप लग रहे हैं। फिलहाल इमरान खान ने भी हमले की घटना की निंदा की है, लेकिन वह लगातार निशाने पर हैं।
इमरान खान और उनके समर्थकों पर जब से आर्मी ऐक्ट लगने की खबर आई है, तब से ही पूर्व पीएम और उनके समर्थकों में डर का माहौल है। इसकी वजह यह है कि इसमें बेहद सख्त प्रावधान हैं और इसमें केस दर्ज होने के बाद बच निकलना मुश्किल होता है। इसके तहत दो साल से लेकर उम्रकैद और फांसी तक की सजा का नियम है। 1952 में आए इस ऐक्ट के तहत इसकी कार्रवाई फौज में शामिल लोगों के खिलाफ ही होती है। लेकिन ऐसे नागरिकों पर भी इसके तहत ऐक्शन हो सकता है, जिन्होंने फौज से जुड़े संस्थानों पर अटैक किया हो। 9 मई की घटना को इसी के दायरे में बताया जा रहा है।
इस बीच खबर है कि इमरान खान और उनके समर्थकों पर आर्मी ऐक्ट के तहत भी कार्रवाई हो सकती है। इस ऐक्ट के तहत दो साल से लेकर उम्रकैद और फांसी तक की सजा का प्रावधान है। फिलहाल इमरान खान के लिए राहत की खबर यह है कि लाहौर की ऐंटी-टेररिस्ट कोर्ट ने उन्हें 9 मई को जिन्ना हाउस पर हुए अटैक समेत तीन मामलों में 2 जून तक के लिए अग्रिम जमानत दे दी है। हालांकि 9 मई को ही हुई हिंसा के मामले में लाहौर पुलिस ने 8 लोगों को अरेस्ट कर लिया है। पुलिस का कहना है कि ये लोग इमरान खान के घर के पास ही छिपे थे और इन्हें भागते हुए पकड़ा गया है।