लखनऊ। हरिशंकरी वाटिका में पीपल बरगद पाकड़ के पौधों को एक ही गड्ढे में एक साथ लगाया जाता है। इनका पौराणिक काल में विवरण है। इनके सम्मिलित रोपण को हरिशंकरी कहते हैं। उक्त वाटिका में हरि विष्णु है और शंकर शिव हैं एवं पाकर को हिंदू धर्म के विभिन्न याज्ञिक कार्यों में प्रयोग में लाया जाता है।
तीनों वृक्षों को एक साथ रोपित करने पर इनका तना एक साथ बढ़ने पर एक रूप में दिखाई देता है। हरिशंकरी के तीनों वृक्ष, जैसे कि पीपल: जो बोधी प्रदान करने वाला बोधि वृक्ष है, हाथी का भोजन है, पत्तियां हमेशा हिलती रहती है, और भगवान विष्णु एवं यज्ञ की अग्नि का निवास स्थल है, बरगद: वटवृक्ष जिसकी वट सावित्री के दिन पूजा होती है और जो एक अधिक फैलने वाला वृक्ष है, और पाकड़: जिसे संस्कृत में प्लक्ष अर्थात नीचे जाने वाला कहा गया है, उनके फैलाव के कारण छाया देते हैं एवं अनेक जीव जंतुओं को संरक्षण एवं भोजन प्रदान करते हैं। इनका उपयोग नगर के सौंदर्यीकरण के लिए सड़कों के किनारे भी किया जाता है। हरिशंकरी का रोपण हर प्रकार से महत्वपूर्ण है।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और लखनऊ विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के निर्देशानुसार लखनऊ विश्वविद्यालय में वृहद वृक्षारोपण अभियान 2021 में कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय, प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने तिलक गर्ल्स छात्रावास में हरिशंकरी का रोपण किया एवं एक और पीपल के वृक्ष का रोपण लखनऊ विश्वविद्यालय कम्युनिटी सेंटर के प्रांगण में किया। इसी क्रम में विश्वविद्यालय एवं उसके संबद्ध सभी महाविद्यालयों में पीपल के वृक्षारोपण के कार्य का शुभारंभ हुआ। विश्वविद्यालय के शिक्षकों कर्मचारियों एवं छात्र छात्राओं ने अपने स्तर से एवं सभी विभागों एवं छात्रावासों में पीपल के वृक्ष का रोपण किया गया। समाज कार्य विभाग में विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अनूप कुमार भारतीय, प्रोफेसर आर के सिंह, प्रोफेसर डी के सिंह, प्रोफेसर गुरनाम सिंह और अन्य प्रोफेसर एवं विभाग के शोधार्थी, परास्नातक छात्र-छात्राएं, बी ए ऑनर्स के छात्र, और विभाग के कर्मचारियों ने मिलकर समाज कार्य विभाग, सामुदायिक केंद्र, महमूदाबाद हॉल, हबीबुल्लाह हॉल, आदि स्थानों पर लगभग 41 पौधे रोपित किए एवं 15 से अधिक पौधे छात्रों के द्वारा अपने-अपने गांव में भी रोपित किए गए।
विश्वविद्यालय द्वारा एक लाख पीपल के पौधों के वृक्षारोपण के संकल्प के क्रम मे राष्ट्रीय सेवा योजना लखनऊ विश्वविद्यालय ने भी विश्वविद्यालय के हॉस्टल परिसर एवं अन्य स्थानों पर पीपल के पौधे लगाएं। वृक्षारोपण महमूदाबाद हास्टल , लाल बहादुर शास्त्री हॉस्टल, हबीबुल्लाह हॉस्टल, राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यालय परिसर, समाज कार्य विभाग कार्यालय परिसर ,नरेन्द्र देव हॉस्टल आदि स्थानों पर किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी एवं स्वयंसेवक भी मौजूद रहे। जो स्वयं सेवक अपने घर पर हैं उन्होंने अपने निवास स्थान पर भी पीपल के पौधे लगाकर वृक्षारोपण मे सहभागिता की। इस अवसर पर राज्य सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर राजेश्वर प्रसाद यादव, डॉ. अनूप कुमार सिंह, डॉ. राहुल पांडे, डॉ. महेंद्र अग्निहोत्री, डॉ. ओपी शुक्ला, डॉ. मीना सिंह, डॉ. मोहिनी गौतम मौजूद रहे। सभी संबद्ध महाविद्यालयों में भी 200 पीपल के वृक्ष का वृक्षारोपण महाविद्यालय द्वारा एवं उनके शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया।
लखनऊ विश्वविद्यालय के द्वितीय परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन गार्डेन एवम ग्राउंड प्रभारी डॉ देश दीपक उप प्रभारी डॉ अनुराग श्रीवास्तव, द्वारा किया गया। कार्यक्रम में निदेशक नवीन परीसर प्रो बी डी सिंह, निदेशक विधि सेल प्रो आनंद विश्वकर्मा शिक्षक डॉ राजकुमार, श्रीमती अर्चना सिंह द्वारा भी पीपल के वृक्षों का रोपण किया गया। उक्त अवसर पर एक पीपल पर छपे पेंपलेट का भी कुलपति ने विमोचन किया।