लखनऊ। डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्विद्यालय लखनऊ में गुरुवार को उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग के तत्वावधान में चल रहे डिजिटल ह्यूमन राइट्स प्रोजेक्ट और विश्विद्यालय के प्रोबोनो क्लब के समायोजन में फ़ोटो प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ।
कार्यक्रम मुख्य अतिथि के तौर पर कुलपति प्रो एसके भटनागर रहे। कुलपति ने प्रोजेक्ट की सराहना करते हुए बताया कि आज के समय मे लीगल राइट्स के साथ-साथ डिजिटल राइट्स का भी महत्व बढ़ गया हैं। इस लिए सभी का डिजिटल ह्यूमन राइट्स से अवगत होना ज़रूरी हैं।
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प्रोबोनो क्लब के फैकल्टी इंचार्ज डॉ मनीष सिंह ने सभी को प्रोबोनो क्लब के बारे बताया कि यह अभियान भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया हैं जिसका फायदा विधि के छात्रों के साथ साथ सामान्य लोगो को भी मिलेगा क्योंकि ये क्लब सभी को फ्री लीगल ऐड देने का काम करता है।
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प्रोजेक्ट निदेशक डॉ अमनदीप सिंह और डॉ विकास भाटी ने प्रोजेक्ट के अभी तक के सफर के बारे सभी को बताया कि उनकी टीम ने अभी तक प्रदेश के 8 जनपदों में सर्वे किया है, जहां उनकी टीम ने छात्रों, शिक्षकों व आम लोगो से बात करके डिजिटल ह्यूमन राइट्स के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत पूरे प्रदेश में ये सर्वे किया जाएगा।
विभागाध्यक्ष डॉ एपी सिंह ने प्रदर्शनी की सराहना करते हुए इस बिंदु पे जोर दिया कि उक्त शोध में पश्चिमी अवधारणाओं के साथ साथ भारतीय संस्कृति के मूल्यों का समावेश भी ज़रूरी हैं।
अंत मे कुलपति प्रो एसके भटनागर, डॉ एपी सिंह, डॉ मनीष सिंह, प्रोजेक्ट निदेशक डॉ अमनदीप सिंह और डॉ विकास भाटी ने प्रदर्शनी का फीता काट के उद्धघाटन किया।
कार्यक्रम में डॉ अलका सिंह, डॉ मिताली तिवारी, डॉ ईशा यादव, डॉ अंकिता यादव, आयुष वर्मा और ऋषि शुक्ला व अन्य छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
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